पुलिस अधीक्षक औरैया चारू निगम के निर्देशन में एसओजी औरैया व थाना कोतवाली की संयुक्त टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए दिनांक 26.07.2023 की शाम हुई ग्राम प्रधान शहबदिया की हत्या का मात्र 36 घण्टे में सफल अनावरण करते हुए हत्या करने वाले अभियुक्त एवं उसके साथी को आला कत्ल सहित गिरफ्तार किया गया।
दिनांक 26.07.2023 को पुलिस को सूचना प्राप्त हुई कि ग्राम शहबदिया को जाने वाले रास्ते पर गांव से 400-500 मीटर पहले किसी ने ग्राम प्रधान सहबदिया रमाकान्त उर्फ रिकू की हत्या कर दी है। उक्त सूचना पर थाना कोतवाली पुलिस एवं पुलिस अधीक्षक चारू निगम द्वारा मौके पर पहुंचकर घटनास्थल का निरीक्षण किया गया एवं जनपदीय फील्ड यूनिट टीम द्वारा मौके से साक्ष्य संकलन आदि कार्य किये गये। उक्त घटना के सम्बन्ध में मृतक रमाकान्त उर्फ रिन्कू के भाई संजय कुमार की तहरीर के आधार पर मु0अ0सं0 709/23 धारा 147, 302 भादवि व 3(2)बी एससी/एसटी एक्ट बनाम 05 नामजद एवं 02 अज्ञात अभियुक्तों के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत किया गया था।
जनपद में हुई ग्राम प्रधान शहबदिया की सनसनीखेज घटना के अनावरण हेतु पुलिस अधीक्षक औरैया चारू निगम द्वारा क्षेत्राधिकारी सदर महेन्द्र प्रताप सिंह के नेतृत्व में एसओजी कोतवाली एवं जनपदीय फील्ड यूनिट से टीमों का गठन किया गया था। घटना के अनावरण हेतु गठित टीमों द्वारा घटना के बाद से लगातार साक्ष्य संकलन का कार्य किया जा रहा था एवं घटना से सम्बन्धित कई व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही थी। पुलिस टीमों द्वारा संकलित विभिन्न इलेक्ट्रोनिक/मैनुअल साक्ष्यों के आधार दो लोगों को चिन्हित किया गया था एवं इसी आधार पर मुखबिरों को सक्रिय किया गया था। इसी क्रम आज दिनांक 26.07.2023 को मुखबिर की सूचना के आधार पर उक्त घटना कारित करने वाले 02 अभियुक्तों (गौरव एवं सुधांशू) को ग्राम शहबदिया जाने वाले रास्ते पर बनी पुलिया के पास से घेराबन्दी करते हुए गिरफ्तार किया गया एवं पुलिस पूछताछ में दोनों अभियुक्तों द्वारा ग्राम प्रधान की हत्या करना स्वीकारा तथा अभियुक्तों की निशानदेही पर घटनास्थल के पास ही स्थित तालाब के अन्दर से आला फरसा (कुल्हाडी) को भी बरामद किया गया।
गिरफ्तार अभियुक्तों से हत्या के सम्बन्ध में पूछताछ करने पर अभियुक्त द्वारा बताया गया कि अभियुक्त गौरव के गांव की ही एक महिला चाहत (काल्पनिक) से प्रेम प्रसंग था और अभियुक्त गौरव उससे पीछा छुडाना चाहता था। इस लिए अभियुक्त गौरव (जो राजाबाबू के ट्रक पर क्लीनर का काम करता है) द्वारा राजाबाबू के साथ यह योजना बनायी कि यह चाहत (काल्पनिक) को मिलने के लिये खेतों में बुलायेगा और तो यह यहां आकर हम दोनों को पकड लेना, जिससे चाहत (काल्पनिक) बदनामी के डर से अभियुक्त गौरव का पीछा छोड़ देगी। दिनांक 25. 07.2023 की शाम को अभियुक्त गौरव द्वारा योजनाबद्ध तरीके से चाहत (काल्पनिक) को मिलने के लिये खेतों पर बुलाया एवं कुछ देर बाद ही राजाबाबू अपने साथ अपने दो अन्य लोगों के साथ मौके पर पहुंच गये तीनों ने वहां पहुंचकर गौरव व चाहत (काल्पनिक) की पकड़कर डांट फटकार लगायी।
उक्त घटना के सम्बन्ध में पति को पता चलने के डर व उसके नाराज होकर उसे छोड़ देने के डर से चाहत (काल्पनिक) द्वारा अपने पति और ससुर को बताया गया कि संजय कुमार, राजा बाबू व अनिल उर्फ सोनू द्वारा उसके साथ छेडछाड व अभद्रता की गयी है जिस पर चाहत (काल्पनिक) के पति द्वारा नाराजगी व्यक्त करते हुए पुलिस कार्यवाही के लिये कहा गया। परन्तु चाहत (काल्पनिक) चाहती थी कि प्रधान भी उसके पति को यही बताये कि उसके भाई और उसके साथियों ने उसके साथ छेडछाड व अभद्रता की है। चूंकि चाहत (काल्पनिक) द्वारा स्वयं को बचाने के लिये अपने पति को बतायी गयी बातों के अनुसार इस मामले में प्रधान का भाई भी फंस रहा था जिसे प्रधान रिंकू बचाना चाहता था।
इसी दौरान घटना वाले दिन सुधांशू ने प्रधान रिंकू को यह कहते हुए सुना कि मैं अपने निर्दोश भाई और बाकी लोगों को गलत नहीं फसने दूंगा। गौरव का चाहे कुछ भी हो, यह गलत किया है तो खुद भुगते यह सारी बाते सुधांशू (जो अभियुक्त गौरव की मौसी का बेटा है) ने गौरव को बता दिया। घटना की शाम को इसी बता को लेकर राजा बाबू अनिल उर्फ सोनू और सुधांशू के साथ गौरव को समझा रहे थे जिसके बाद यह घटना स्थल पर पहुंचे जहां पहले से उदल और प्रधान रिन्कू मौजूद थे।