बिलग्राम (हरदोई):
ख़ान काहे सुगरबिया बड़ी सरकार मोहल्ला मैदान पूरा में बाद नमाज जोहर कुदरती आलम की जियारत करवाई गई (सैय्यद उवैस मुस्तफा वास्ती) वा (सैय्यद बादशाह हुसैन वास्ती )की सरपरस्ती में जुलूस निकाला गया जिसमें हर सामुदए के लोग शामिल हुए मान्यता है कि इस आलम को सूफी बुजुर्ग सैय्यद शाह लद्दा बिलग्रामी कर्बला शरीफ से लाए थे जब आप हिंदुस्तान तशरीफ लाए तो मोहर्रम की 7 तारीख़ थी इसी वजह से अलम की जियारत 7 मोहर्रम को कराई जाती है
जुलूस में दूदू वा उनके साथियों ने इमाम हुसैन अलैहिस्सलाम की शान में खैराजे अकीदत पेश किया अलम में मन्नत मानने वालो का हुजूम उमड़ पड़ा जुलूस अपने कदीमी रास्तों से होता हुआ इमाम चौक पर पहुंचा भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन मौजूद रहा