आगरा:– दिन -रात गांव में आशा करती हैं काम आगरा योगी सरकार द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान लगातार चल रहा है तो वही भ्रष्टाचार खत्म करने काबिल अच्छे लेकिन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सरकार को पलीता लगाने में लगे हुए हैं 6 महीने से आशाओं को मानदेय नहीं मिला है कई बार शिकायत की गई हैं परंतु कोई नतीजा नहीं निकला तहसील समाधान दिवस में सैकड़ों की संख्या में आसानी पहुंचे उनके द्वारा लिखित रूप से दिया गया कि स्वास्थ्य केंद्र पर डिलीवरी करानी है तो पैसा देना होगा अगर पैसा नहीं देते तो आगरा के लिए रेफर कर दिया जाता है 6 महीने से परेशान हैं पैसा मांगते हैं तो निकालने की धमकी दी जाती है आखिरकार अधिकारी अपनी आंखें क्यों बंद कर क्यों बैठे हैं भ्रष्टाचार फैलाने वाले अधिकारी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं होती मामला तहसील एत्मादपुर समाधान दिवस का है जहां एत्मादपुर स्वास्थ्य केंद्र से गांव-गांव तैनात आशाएं सैकड़ों की संख्या में शिकायत लेकर पहुंचे और तहसील समाधान दिवस में प्रार्थना पत्र दिया उनका आरोप है कि 6 महीने से उन्हें वेतन नहीं दिया गया पैसा मांगते हैं तो धमकाया जाता है आशाओं का आरोप है जब से स्वास्थ्य अधीक्षक आए हैं जब से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है एक कर्मचारी तो उन्हें हर रोज धमकी निकालने की देता है अगर महिलाओं की डिलीवरी स्वास्थ्य केंद्र पर करानी है तो पहले पैसा देना होगा पैसा नहीं दिया जाता है तो उन्हें आगरा रेफर कर दिया जाता है स्टाफ नर्स पर भी गंभीर आरोप लगाए गए हैं उनका कहना है कि बिना पैसे के कोई अधिकारी कर्मचारी काम नहीं कर रहा कई बार शिकायत की गई है लेकिन कोई कार्यवाही नहीं होती घंटों हंगामा चलता रहा स्वास्थ्य अधीक्षक भी मौके पर मौजूद थे उनके सामने ही आरोप लगाए गए लेकिन स्वास्थ्य अधीक्षक बौखलने लगे और अभद्र भाषा बोलने लगे तो वहीं मीडिया पर भी आरोप लगाने लगे कि तुम लोग मामले को तूल दे रहे हैं लेकिन आशाओं ने स्पष्ट कर दिया किस बात के अंदर पर तैनात कर्मचारी और अधिकारी भ्रष्टाचार फैला रहे हैं शिकायत पर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी जांच में लगे हैं वही आशाओं का कहना है कि अगर शिकायत करते हैं तो अधीक्षक धमकी देते हैं कि तुम्हें निकाल दिया जाएगा और अन्य आशा को तैनात कर दिया जाएगा