प्रतापगढ़। राज्य सभा में विपक्ष के उप नेता प्रमोद तिवारी ने मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुई शर्मसार घटना के बावजूद प्रधानमंत्री पर संसद के प्रति गैर जबाबदेह होने को लेकर कड़ा हमला बोला है। शनिवार को रामपुर खास के दौरे पर पहुंचे राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि संसद का सत्र चल रहा है और प्रधानमंत्री संसद में मणिपुर की घटना पर वक्तव्य के जरिए जबाबदेही नही ले रहे हैं। उन्होने कहा कि संविधान के अनुच्छेद पचहत्तर में प्रधानमंत्री और मंत्रिपरिषद की संसद के प्रति सामूहिक जिम्मेदारी है। प्रमोद तिवारी ने कहा कि इसके बावजूद प्रधानमंत्री मोदी संसद के बाहर सीढ़ियो पर बयान देते हैं। उन्होनें साफ कहा कि यह एक बड़ा सवाल खड़ा कर गया है कि पीएम क्या सदन और संविधान की अवमानना नहीं कर रहे हैं। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री का यह बयान देश को शर्मसार करने वाली है कि ऐसी घटनाएं तो मणिपुर मे सैकड़ो हुई हैं। उन्होने कहा कि दुष्कर्म पीड़िताओं मे एक वह भी शामिल है जिसके पति ने देश की सेना में जाबांजी का प्रदर्शन करते हुए कारगिल के युद्ध को विजयश्री दिलायी। श्री तिवारी ने कहा कि पीडिता के फौजी पति का यह बयान कि मैंने तो कारगिल बचा लिया किन्तु पत्नी बच्चों तथा गांव को नहीं बचा पाये। बकौल प्रमोद तिवारी यह अत्यन्त पीड़ादायक है। श्री तिवारी ने पीएम की तरफ इशारा करते हुए तंज कसा कि द्रोपदी के चीरहरण में कुरक्षेत्र में महाभारत कराया था और कौरवों की इतनी बड़ी सेना एक अबला के श्राप से पराजित हुई थी। उन्होनें कहा कि पीएम गीता पढ़ लें और पाण्डवों की विजय के इतिहास को दोहराने से उन्हें अब बचाव का कोई विकल्प नहीं मिल सकेगा। राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि मणिपुर की महीनों से हिंसक घटनाओं के बीच में ही पीएम दो दो बार विदेश दौरे पर जा चुकें है। श्री तिवारी ने कहा कि देश के सामने आज यह सवाल चुभ रहा है कि अपने ही देश में मणिपुर जाने के लिए पीएम को आज तलक समय नहीं मिल पाया। श्री तिवारी ने कहा कि दो महिलाओं के साथ इस अमानवीय और शर्मसार करने वाली घटना की पीड़ा से पूर्वोत्तर सहित पूरा देश जल रहा है। वहीं राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने राहुल गांधी के तमाम व्यवधान के बीच मणिपुर पहुंचने और लोगों के दुख दर्द मंे शामिल होने को मानवीय संवेदना का बड़ा पहलू करार दिया। मीडिया से बातचीत मंे सांसद प्रमोद तिवारी ने प्रदेश में इस समय बिजली की किल्लत को भी गंभीर समस्या करार दिया। श्री तिवारी ने कहा कि बिजली आपूर्ति न होने से खरीफ की प्रमुख फसल धान की रोपाई प्रभावित हो रही है। उन्होनें कहा कि बरसात न होने से और बिजली मे व्यवधान के चलते फसल उत्पादन पर भी विपरीत प्रभाव पड़ेगा। उन्होनें प्रदेश सरकार से कहा कि नेशनल ग्रिड मे पर्याप्त बिजली उपलब्ध है। राज्य सभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने प्रदेश सरकार से नेशनल ग्रिड से बिजली खरीदते हुए फौरन पर्याप्त मात्रा में प्रदेश के लोगों को बिजली आपूर्ति मुहैया कराए जाने पर भी जोर दिया। वार्ता के दौरान मीडिया प्रभारी ज्ञानप्रकाश शुक्ल, चेयरपर्सन प्रतिनिधि संतोष द्विवेदी, केडी मिश्र, संजय पाण्डेय, रामलवट यादव भी मौजूद रहे।