November 23, 2024
A grand procession took place before the consecration of Lord Ram's life in the newly constructed temple in Ayodhya, the streets of the city turned saffron.

A grand procession took place before the consecration of Lord Ram's life in the newly constructed temple in Ayodhya, the streets of the city turned saffron.

अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में प्रभु राम के प्राण प्रतिष्ठा पूर्व निकली भव्य शोभायात्रा, भगवामय हुई नगर की सडकें
0 आकर्षण का केन्द्र रही प्रभु श्री राम से संबंधित सभी अलौकिक झांकियां
0 झाकियो एवं रामभक्तों पर जगह जगह पुष्प वर्षा कर हुआ दिव्य स्वागत
0 चाय, काफी, प्रसाद स्वरूप बूदी और हलवा आदि का हुआ वितरण ।
भगवान श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या में नवनिर्मित मंदिर में भगवान की प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर जहा देशभर में अनेक कार्यक्रम श्रद्धा और उल्लास के साथ किए जा रहे हैं। इसी क्रम में संस्कार भारती के नेतृत्व मे संघ विचार परिवार की ओर से नगर में बुधवार, 17 जनवरी को भव्य शोभायात्रा निकाली गयी। इस दौरान पूरे पथ मे वंदे मातरम जय श्री राम का उद्घोष के साथ ही घोष यंत्र के ध्वनि पर रामभक्त झूमते रहे। जगह जगह चाय, काफी प्रसाद बूदी और हलवा आदि का वितरण कर नगरवासियो ने भक्तो का स्वागत पुष्प वर्षा के साथ किया। त्रिमुहानी रामलीला मैदान मे भगवान राम दरबार की आरती उतारी गयी। इसके बाद शोभा यात्रा त्रिमुहानी से प्रारंभ होकर बसनही बाजार, घंटाघर, पेहटी का चौराहा, डनकीनगंज, शिव इंटर कॉलेज, प्रेम भवन, पंसारी टोला, खोवा मंडी, मुकेरी बाजार, गुड़हट्टी बाजार, धुंधी कटरा होते हुए पुन: त्रिमुहानी पहुंचकर सम्पन्न हुई। शोभायात्रा में भगवान राम के जीवन चरित्र से जुड़ी हुई आठ आकर्षक झांकियां चल रही थी, जिसमे सर्वप्रथम गणेश जी, शबरी से मिलन, निषाद राज गुहा से संवाद, विश्वामित्र द्वारा धनुष विद्या सीखना, वशिष्ठ जी द्वारा विद्याध्ययन, अशोक वाटिका में माता जानकी हनुमान संवाद का दृश्य तथा अंत में राम दरबार की झाकी आकर्षण का केन्द्र बनी रही। झाकियो के समक्ष बैठे हुए कलाकार भजन कीर्तन गाते हुए चल रहे थे। शोभायात्रा के दौरान नगर के पुरूष एवं मातृशक्तिया काफी भारी संख्या मे भव्य शोभायात्रा मे केसरिया-पीले परिधान एवं सोफा पगडी बाधे हाथो मे जय श्री राम अंकित भगवा ध्वज लेकर चल रही थी। मार्ग पर जगह जगह पुष्प वर्षा कर मातृशक्तियो का नगरवासियो ने भव्य स्वागत किया एवं जोरदार आतिशबाजी भी की गयी। निमंत्रण को स्वीकार करो, अब सबको अयोध्या चलना है। जय बजरंगी जय हनुमान। वंदे मातरम जय श्री राम का गायन कर नगरवासियो से अपील किया गया कि वह अयोध्या मे प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के दौरान निकटस्थ मंदिरो पर 22 जनवरी को पूर्वाह्न 11 बजे से एक बजे तक अनुष्ठान मे शामिल हो और प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का सीधा प्रसारण भी देखें। इस अवसर पर संस्कार भारती के प्रांतीय अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक डॉक्टर गणेश प्रसाद अवस्थी जी, विश्व हिंदू परिषद के प्रान्त उपाध्यक्ष विद्याभूषण दुबे जी, विभाग प्रचारक प्रतोष जी, जिला प्रचारक धीरज जी, जिला कार्यवाह चंद्रमोहन जी, जिलाध्यक्ष विहिप रामचंद्र शुक्ला जी, राष्ट्र सेविका समिति की प्रान्त कार्यवाहिका माया पांडेय जी, नगर प्रचारक राजेन्द्र जी प्रथम, नगर संघचालक अशोक सोनी जी, नगर कार्यवाह लखन जी, शोभा यात्रा के सहसंयोजक शिव कुमार मुंदड़ा जी, संस्कार भारती के जिलाध्यक्ष कृष्ण मोहन गोस्वामी जी, चंद्रांशु गोयल जी, राज महेश्वरी जी, मनोज जायसवाल जी, अनिल सिंह जी, नपाध्यक्ष श्यामसुंदर केशरी, विभाग धर्म जागरण प्रमुख वीरेन्द्र मौर्य जी, सह नगर कार्यवाह शैलेश जायसवाल जी, उत्तर मौर्या जी, इंजीनियर विवेक बरनवाल जी, दिनेश तिवारी जी, ग्यान चंद गुप्ता जी, प्रान्त घोष प्रमुख मिलन जी, जिला महामंत्री संस्कार भारती शिवराम शर्मा जी, मनमोहन कृष्ण गर्ग जी, विमलेश अग्रहरि जी, प्रदीप पाण्डेय जी, राजन यादव जी, डॉक्टर संदीप श्रीवास्तव जी, संदीप श्रीवास्तव जी, अरविंद अवस्थी जी, बरायाघाट रामलीला कमेटी के अध्यक्ष गौरव ऊमर जी, रमेश गुप्ता जी, अक्षत वितरण के नगर संयोजक गोपाल केसरवानी जी, डॉली अग्रहरि जी, नितिन गुप्ता जी, दीपा ऊमर जी, भावना बरनवाल जी, कृष्ण कुमार पाण्डेय जी, डा अनुराग श्रीवास्तव जी, कमल किशोर पांडेय जी आदि उपस्थित रहे।जिगना। अयोध्या में 22 जनवरी को भगवान राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के उपलक्ष्य में बुधवार को क्षेत्र के विजयपुर व हरगढ़ बाजारों में शोभायात्रा निकाली गई। दुकानदारों व ग्रामीणों ने रथ की आरती उतारी। जुलूस में शामिल नर नारियों ने जय श्रीराम का नारा लगाते हुए जमकर नृत्य किया। हरगढ़ बाजार से हरगढ़ नहर की पुलिया पर समापन किया गया। बदेवरा धाम के महंत महेंद्र गिरी,जय सिंह,प्रेमशीला,मीरा,प्रीतेश,वरुण, मुरली दुबे,संदीप,शिंपू सिंहकमलेश बिंद जीतबहादुर सिंह आदि रहे।

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