भदोही। माहे रमजान के एक सप्ताह का सफर मंगलवार को पूरा हो गया। रमजान में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज तरावीह के मुकम्मल होने का भी सिलसिला शुरू हो गया है। मंगलवार को नगर के मेन रोड कल्लन शाह तकिया स्थित जामा मस्जिद में काजी-ए-शहर इमामे ईदगाह अल्हाज हाफिज परवेज उर्फ अच्छे मियां द्वारा नमाजे तरावीह मुकम्मल की गई। तरावीह मुकम्मल होने के बाद मुक्तदियों ने हाफिज परवेज उर्फ अच्छे मियां को फूलों का हार पहनाकर इस्तकबाल किया।
नगर के विभिन्न मस्जिदों में तरावीह मुकम्मल होने का दौर शुरू हो गया है। जहां पर तरावीह मुकम्मल हो जा रही है। वहां पर या तो एक बार फिर से तरावीह की शुरुआत की जा रही है या फिर उन मस्जिदों में सूरह तरावीह पढ़ी जा रही है। बीती रात जामा मस्जिद में हाफिज परवेज उर्फ अच्छे मियां ने तरावीह मुकम्मल कराई तो मुक्तदियों ने उनको फूलों का हार पहनाकर गर्मजोशी से इस्तकबाल किया। इस अवसर पर हाफिज परवेज उर्फ अच्छे मियां ने कहा कि नेकी ऐसा करें कि उसमें गुरूर और दिखावा न झलके। यह अल्लाह का हुक्म भी है और अल्लाह को पसंद भी है। इससे आपका माल महफूज रहता है। उन्होंने कहा कि अगर इंसान कुरआन के बताए रास्ते पर चले तो न केवल वो खुशहाल रहे बल्कि उसका घर परिवार, पड़ोसी, दोस्त, रिश्तेदार और उसका मुल्क खुशहाल होगा। कुरआन में बारीक से बारीक परेशानियों को हल बड़े ही साफ तौर पर समझाया गया है। अगर हम रोजा, नमाज नियमित करें और कुरआन को पढ़ कर उसके बताए रास्ते को अपनाएं तो हमारी परेशानियां अपने आप हल हो जाएंगी। उसके बाद उन्होंने दुआ की और मुल्क की तरक्की एवं खुशहाली तथा अमनोअमान के लिए दुआएं मांगी गई।
इस मौके पर हाजी फरहत अंसारी, हाजी अजीमुद्दीन, हाफ़िज़ शहज़ाद, शमसुद्दीन वारसी मुन्ना, मो.ज़ैद, नसरुल्लाह उस्ताद, अहमद अली शाह, डॉ.रियाज अहमद दल्लु, मसूद आलम, शमशुद्दीन अंसारी, मकसूद हाश्मी, अनवार हाश्मी, यहिया सलमानी, रुस्तम अली, आफताब शाह, आमिर हुसैन, आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहें।