भदोही। मोहल्ला क़ज़ियाना शरीफ स्थित हज़रत हाजी अब्दुल वहाब चरम पोश रह.का दो दिवसीय सालाना उर्स बड़े ही अक़ीदतो एहतेराम के साथ मनाया गया। उर्स में ज़ायरीन मज़ारे अक़्दस पे चादर चढ़ा कर जहां अपने मन की मुरादों से खाली दामन को भरते हुए नज़र आए तो वहीँ काफी संख्या में हर वर्ग की महिलाओं ने अपने खाली दामन को पसारे नज़र आईं। मज़ार परिसर के आस-पास अस्थाई फूल मालाओं कि दुकाने सजी हुई थी जहाँ अक़ीदत मंद तबर्रुकात व आस्था के फूल लिए हुए दरबारे औलिया में हाज़िर होने का शरफ हासिल किया। इस दौरान छोटे-छोटे मासूम बच्चे भी दरबारे औलिया से लौ लगाए नज़र आए। गद्दीनशीं वसिमुल्लाह खां ने मज़ारे अक़्दस पे चादर चढ़ा कर मुल्क में अम्नो अमां के लिए दुआ की। श्री खां ने कहा की उर्स में ज़ायरीन बाबा के दरबार में अपनी आस्था लिए आते है जहां सब की मुरादे पूरी होती है। कहा अल्लाह के वालियों से निस्बत रखने वाला कभी परेशान नहीं होता और न ही गुमराहियों के रास्ते पे चलता है यहाँ तो हर किसी की परेशानियो को दूर की जाती है। औलिया से निस्बत रखने वाला शख्स कभी किसी का नुकसान नहीं पहुंचा सकता यही दर्स अल्लाह के वालियों से मिलती है। उर्स में अल सुबह तक महफिले शमा का आयोजन होता रहा जिसमे सुलटान साबरी क़व्वाल व साबिर सैफ अली ने नातो मनकबत से रात भर समा बांधे रहे और ज़ायरीन महफिले शमा से फैज़ियाब होते रहे। इस दौरान उर्स कमेटी के सदर हाजी अख्तर कुरैशी, हारून खान, चांद बाबू, वामिक सिद्दीक़ी, सैयद दिलशाद अहमद, जावेद कुरैशी, अतीक खां, हाफिज इरफान अहमद, शानू खान, मुमताज खां, इश्तियाक कुरैशी, शिबू खां, प्रिंस खां, तनवीर अहमद, सुफियान खां आदि लोगो ने ज़ायेरिनो की ख़िदमत करते हुए नज़र आये।