सतबीर शर्मा। पहल टूडे। गुरुग्राम 26 फरवरी। साइबर सिटी, मिलेनियम सिटी कहे जाने वाले गुरुग्राम की बदहाली और विशेषकर जर्जर सड़कों के मुद्दे को लेकर आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता और डॉक्टर विंग प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सारिका वर्मा ने सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। आप की वरिष्ठ नेत्री ने शहर के सेक्टर 31, 40, 45 सहित कुछ अन्य क्षेत्रों में प्रदर्शन कर गुरुग्राम की खस्ताहाल व्यवस्थाओं के विरोध में खट्टर सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इन क्षेत्रों का दौरा कर डॉ. सारिका वर्मा ने सड़क पर जगह—जगह बने गड्ढों को चिन्हित किया और आए दिन हो रही सड़क दुर्घटनाओं के लिए प्रदेश सरकार व गुरुग्राम जिला प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। बता दें कि राहगीरों की सुरक्षा के लिए डॉ. सारिका वर्मा खुद अपने स्तर से इन गड्ढों को कई बार भरने का प्रयास कर चुकी हैं।
हरि सिंह चौहान, सिद्धांत गुप्ता, विजेश खटाना, सचिन शर्मा, निकेत अरोड़ा ,भूपिंदर परमार और मनमोहन दीप सिंह के साथ
विरोध प्रदर्शन करते हुए आम आदमी पार्टी की प्रदेश प्रवक्ता डॉ. सारिका वर्मा ने कहा कि किसी समय में साइबर सिटी, मिलेनियम सिटी के रूप में पहचाना जाने वाला गुरुग्राम आज गड्ढों में तब्दील होता जा रहा है। गुरुग्राम को हरियाणा की आर्थिक राजधानी कहा जाना गलत नहीं होगा। प्रदेश सरकार को रेवेन्यू देने के मामले में सबसे आगे रहने वाले शहर में मूलभूत सुविधाओं की स्थिति शून्य के बराबर है। हरियाणा सरकार और नगर निगम की मनमानी कार्यशैली ने गुरुग्राम जैसे प्राचीन शहर की हालत बद से बदतर कर दी है। प्रशासन की कार्यशैली में भ्रष्टाचार पूरी तरह से घुस चुका है। इन लोगों ने गुरुग्राम को लूटने के सिवाय कभी इस शहर के विकास पर ध्यान नहीं दिया।
विरोध प्रदर्शन के दौरान ‘खट्टर सरकार शर्म करो, गली—गली में शोर है खट्टर सरकार चोर है’ जैसी नारेबाजी जमकर की। इस दौरान हरि सिंह चौहान ने कहा कि सड़क पर बने गड्ढों की वजह से आए दिन हादसे हो रहे हैं। डॉ. सारिका कई बार खुद इन गड्ढों को भरने का प्रयास कर चुकी हैं। इसके बावजूद खट्टर सरकार और जिला प्रशासन जाग नहीं रहा। भाजपा सरकार की बेशर्मी की हद हो चुकी है।सिद्धांत गुप्ता ने कहा कल ही प्रशासन की तरफ से गुरुग्राम में मैराथन रेस कराई गई, लेकिन शहर के अंदर के इलाकों की सड़कों पर ध्यान देने की जिम्मेदारी ना तो प्रदेश सरकार, ना गुरुग्राम के विधायक और ना ही जिला प्रशासन उठाने की जहमत कर रहा है है। जल्द ही लोकसभा का चुनाव है।
निकेत अरोड़ा और सचिन शर्मा ने कहा चुनावी समय में भी सरकार को गुरुग्राम की बदहाली दूर करने का ख्याल नहीं है। गुरुग्राम की बदहाली के लिए सरकार, जनप्रतिनिधि और अधिकारी सभी बराबर के भागीदार हैं। सब कुछ जानते हुए भी सरकार और प्रशासन अंजान बने रहते हैं।एडवोकेट विजेश खटाना का कहना है की मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश का बजट जारी किया, लेकिन इसमें भी गुरुग्राम को पूरी तरह से उपेक्षित छोड़ दिया गया। प्रदर्शन के दौरान इन क्षेत्रों की जनता ने भी गुरुग्राम की खस्ताहाल व्यवस्थाओं और प्रदेश सरकार की नीतियों के विरोध में नाराजगी जाहिर की।
सरकार का प्रशासन पर नियंत्रण ना होना भी गुरुग्राम की बदहाली की प्रमुख वजह बना। गुरुग्राम की जनता अब भाजपा के बहकावे में आने वाली नहीं है। निश्चित रूप से इस स्थिति के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की सरकार को आने वाले चुनाव में नुकसान झेलना पड़ सकता है।