हज बैतुल्लाह शरीफ से लौटे हाजी एहसान राइन का हुआ इस्तक़बाल
हाजी एहसान राइन के आवास पर पहुंच कर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मो. आरिफ सिद्दीकी व खुद्दामे हज समिति ने दि उन्हें मुबारकबाद
मदीने की हसीं मंजर आँखों में बसाये हुए हाजी एहसान राइन पहुंचे अपने घर
भदोही। हाजियों का काफिला सुए हरम से अपने वतन हिन्दुस्तान की धरती पर पहुँचने के बाद जहां दोस्त अहबाब व घर वालो ने खैर मकदम किया तो वहीँ सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मो. आरिफ सिद्दीकी व खुद्दामे हज सेवा समिति के सरपरस्त व मेम्बरानो ने भी मेहमाने परवरदिगार को तहे दिल से मुबारकबाद दी। समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष व जिला हज ट्रेनर हाजी आज़ाद खां व मौलाना सोएब आलम नदवी, आफताब अंसारी ने हज से लौटे तमाम हुज्जा-ए-कराम को समिति की तरफ से मुबारकबाद देते हुए कहा कि हज बैतुल्लाह शरीफ से लौटे हाजी लायेके सद एहतेराम होते है मोअज़्ज़िज हो जाते है।कहा आने वाला अब कोई ऐसा वैसा इंसान नहीं आ रहा है। आने वाला अब गुम्बदे ख़ज़रा को आँखों मे बसा कर आ रहा है आने वाला अब मदीने की गलियो से गुज़र कर आ रहा है।आने वाला अब शहरे मदीना के मंजर को आँखों में बसा कर आ रहा है।आने वाला अब सफा मरवा पे दौड़ लगा कर आ रहा है आने वाला अब हजरे अस्वद को बोसा देकर आ रहा है।आने वाला अब हज़रते इस्माईल के एड़ियों के रगड़ने से निकलने वाले चश्मे आबे ज़मज़म से सैराब हो कर आ रहा है।आने वाला रसूले कायनात सल्लल्लाहु अलैहे वसल्लम के शहर के दरो दिवार को छू कर आ रहा है। सुनहरी जाली को पकड़ कर आया है रियाजुल जनन्ह की मुबारक फर्श पे सजदों के दौरान आपने हथेलियो को रख कर आया है।श्री खां ने कहा बहुत ही खुश नसीब वो लोग होते है जिन्हें परवरदिगार अपना मेहमान बनाता है। कहा हाजियों की ख़िदमत करना अल्लाह के मेहमानो की ख़िदमत करना होता है। अल्लाह समिति के सभी अराकिन को हाजियो की ख़िदमत करने की तौफ़ीक़ अता फरमाए। वहीँ समिति के मौलाना सोहैब आलम नदवी, मीडिया प्रभारी आफताब अंसारी मेहमाने रसूले अरबी स.व मेहमाने परवरदिगार को हज बैतुल्लाह शरीफ से लौट कर आने वाले सभी आज़मीने हज को दिली मुबारकबाद दि। हाजी एहसान राइन ने मक्का मोकार्रमा व मदीना शरीफ की गलियों व मस्जिदे नबवी की बाते कह कर चश्मे नम हो गए।