जनपद के समस्त ग्राम प्रधानों की विशेष उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
आयुष्मान योजना के तहत जिन पात्र लोगों के गोल्डन कार्ड नहीं बने हैं उनके कार्ड बनवाये जायें।
गांव को विकास की ओर ले जाने के लिए ग्राम प्रधान की अहम भूमिका होती है:डीएम
बुलंदशहर/सरकार की योजनाओं एवं कार्यक्रमों को धरातल पर उतारने एवं ग्राम पंचायतों को आदर्श ग्राम पंचायत बनाये जाने के लिए आज निकुंज हॉल, नुमाईश मैदान में जनपद के समस्त ग्राम प्रधानों की विशेष उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग करते हुए द्वीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम में कार्यशाला में ग्राम प्रधानों को सरकार की संचालित लाभार्थीपरक योजनाओं, कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई। बीएसए द्वारा शिक्षा विभाग के कार्यो के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि जिन विद्यालयों में कायाकल्प के कार्य अपूर्ण हैं उन्हें शीघ्रता से पूर्ण कराया जाये जिससे बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में सुविधा मिल सके। सभी ग्राम प्रधान विद्यालय में शिक्षा के गुणवत्ता को बनाये रखने के लिए मॉनिटरिंग करें कि अध्यापक समय से आ रहे हैं, बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं। सभी बच्चे जिस कक्षा में पढ़ते हैं उसमें निपुण हो। कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे इसके लिए जो बच्चे स्कूल नहीं जाते हैं उसके अभिभावकों को प्रेरित कर उनका दाखिला कराया जाये। महिला कल्याण अधिकारी द्वारा महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित योजनाएँ – मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना, मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना , स्पॉन्सरशिप योजना, निराश्रित महिला पेंशन योजना, वन स्टॉप सेंटर और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ आदि की जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना सहित अन्य सभी योजनाओं का लाभ पात्रों को दिलाये जाने का अनुरोध किया गया। स्वास्थ्य विभाग में संचालित योजनाओं के बारे में डिप्टी सीएमओ द्वारा विस्तार से जानकारी दी गई। हेल्थ वेलनेस सेंटर पर लोगों को उपचार दिलाये जाने के लिए सीएचओ के समय से उपस्थित होने, उपचार देने आदि कार्यो की मॉनिटरिंग ग्राम प्रधान करें। आयुष्मान योजना के तहत जिन पात्र लोगों के गोल्डन कार्ड नहीं बने हैं उनके कार्ड बनवाये जायें। संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत ग्राम में साफ-सफाई, फॉगिंग कराकर गांव को स्वच्छ बनाये जिससे बीमारी दूर रहे। ग्राम में सभी प्रकार के टीकाकरण भी कराये जायें। बताया गया कि ग्राम पंचायत को टीबी मुक्त बनाने के लिए अभियान चलाकर टीबी मरीजों की जांच कराकर उन्हें उपचार दिलाया जायें।कार्यशाला में जिलाधिकारी चन्द्र प्रकाश सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि गांव को विकास की ओर ले जाने के लिए ग्राम प्रधान की अहम भूमिका है। इसलिए बिना किसी भेदभाव के कार्य करें। सरकार की जितनी भी लाभार्थीपरक योजना हैं उनका लाभ पात्रों तक पहुँचे यह सुनिश्चित कराया जाये। ग्राम पंचायत में बनाये गये पंचायत भवनों पर योजनाओं के बारे में प्रचार-प्रसार कराया जायें तथा योजनाओं में लाभ लेने के लिए किन दस्तावेज की आवश्यकता हैं उनके बारे में चस्पा कराया जाये। पंचायत सहायक के द्वारा पात्र लाभार्थियों के आवेदन भी करायें जाये। ग्राम पंचायत को आदर्श ग्राम पंचायत बनाये जाने के लिए गांव में साफ-सफाई सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं को सुनिश्चित रखा जाये। गांव साफ-सुथरा रहेगा तो बीमारी भी दूर रहेगी। जल जीवन मिशन के अन्तर्गत हर घर जल पहुंचाये जाने के लिए जिन ग्रामों में लाइन डाले जाने के उपरांत सड़के अभी सही नहीं करायी गई हैं उनके बारे में सूचित करें। राशन वितरण के बारे में भी ग्राम प्रधानों से सत्यापन किया गया कि राशन डीलर द्वारा निर्धारित राशन का वितरण किया जा रहा है या नहीं। जिन राशन डीलर के द्वारा कम राशन का वितरण किया जा रहा है उनके बारे में सूचित किया जाये जिससे राशन डीलर के विरूद्ध कार्यवाही की जा सके। सभी विकास खण्डों में 1-1 मॉडल राशन दुकान का निर्माण कराया जाना है इसके निर्माण के संबंध में भी कार्यवाही शीघ्रता से सुनिश्चित की जाये। गांव के विद्यालयों के कायाकल्प के लिए जो कार्य अवशेष हैं उन्हें शीघ्रता से पूर्ण कराया जाये जिससे बच्चों को शिक्षा ग्रहण करने में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। जिन विद्यालयों में फर्नीचर की कमी हैं वहां पर प्रधान फर्नीचर की उपलब्धता करायें। बच्चों को दिये जाने वाले मिड डे मील की गुणवत्ता को भी परखा जायें जिससे बच्चों को गुणवत्ता युक्त भोजन दिया जा सके। बच्चों को प्रोत्साहित करने के लिए हाल में ही आयी 12वीं फेल फिल्म जैसी फिल्में भी दिखायी जाये जिससे बच्चें उनसे मोटिवेट होकर जीवन में सफलता प्राप्त कर सके। ग्राम पंचायत द्वारा संचालित गौशालाओं में गौवंशों के संरक्षण के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थायें करायी जाये। कृषि विभाग की योजनाओं के बारे में भी किसानों को बताया जायें जिससे वह उनका लाभ उठा सके। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ जिन किसानों को नहीं मिल रहा हैं उसके लिए उनका आवेदन कराने, केवाईसी आदि कराकर योजना का लाभ दिलायें। किसान के लिए साल में 06 हजार रूपये की सम्मान निधि आने से काफी मदद मिलती है। हम सभी का दायित्व है कि गांव को विकास की ओर अग्रसर करने के लिए सामंजस्य बनाकर किस प्रकार से कार्य करने हैं उसके लिए कार्य योजना बनाकर उस पर अमल करें। उन्होंने सभी ग्राम प्रधानों से कहा कि अपने-अपने ग्राम पंचायत में विकास के कार्यो को कराये जाने के लिए बिना किसी भेदभाव के कार्य करें। जो भी समस्यायें गांव में आती हैं उनके बारे में भी अवगत कराया जाये। उन्होंने कहा कि ग्राम सभा की भूमि को कब्जामुक्त बनाये रखने के लिए भी नजर रखें यदि किसी के द्वारा भूमि पर कब्जा किया जाता है तो उसके बारे में तत्काल सूचना दें। कार्यशाला में मुख्य विकास अधिकारी कुलदीप मीना, डीपीआरओ प्रीतम सिंह, बीएसए लक्ष्मीकान्त पाण्डेय सहित संबंधित विभागों के अधिकारी एवं सचिव, ग्राम प्रधान उपस्थित रहे।