हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने रैनीवेल परियोजना का दौरा कर किया निरीक्षण
रतन सिंह पहल टूडे
पलवल। हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने गुरुवार को जिला पलवल के गांव मोहना में रैनीवेल परियोजना का दौरा कर निरीक्षण किया। इस अवसर पर उनके साथ पलवल के विधायक दीपक मंगला, विधायक जगदीश नायर, उपायुक्त नेहा सिंह, बल्लबगढ़ के एसीपी राजेश दुग्गल, एसडीम बल्लबगढ़ त्रिलोकचंद, जन स्वास्थ्य विभाग के अधीक्षण अभियंता एस.के. दहिया, जन स्वास्थ्य विभाग के कार्यकारी अभियंता हेमंत कुमार, जन स्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी विभाग के कनिष्ठ अभियंता प्रवीण कुमार सहित अन्य अधिकारी एवं गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस मौके पर अधीक्षण अभियंता ने रैनीवेल परियोजना के बारे में विस्तार से अवगत करवाया और लघु फिल्म भी दिखाई। उल्लेखनीय है कि जल ही जीवन है और जल के बना जीवन निर्थक है। इसलिए हम सबको जल की एक-एक बूंद का महत्व समझना चाहिए तथा जल संरक्षण की दिशा में सहयोग करने के लिए सदैव आगे आना चाहिए। हर घर जल मिशन के तहत हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के ग्रामीण इलाकों को हर घर जल देने का वादा पूरा किया जा रहा है। जिला पलवल के ब्लॉक पृथला व पलवल तथा जिला फरीदाबाद के खंड बल्लबगढ़ के अंतर्गत आने वाले 84 गांवों में साफ व स्वच्छ जल उपलब्ध कराने के लिए और गिरते हुए भूजल को सुरक्षित रखने के लिए रैनीवेल परियोजना को स्वीकृत कियागया, जिसके तहत क्रमश: जिला पलवल एवं फरीदाबाद के ब्लॉक पृथला, पलवल एवं बल्लबगढ़ में आने वाले 84 गांवों को फायदा मिला है।मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगुवाई में हरियाणा सरकार द्वारा इस योजना को पूरा करने में 184 करोड़ 30 लाख रुपए खर्च किए गए हैं, जिससे जिला फरीदाबाद के ग्राम मोहना-छायंसा में यमुना नदी के तट से पानी को दिल्ली आगरा राजमार्ग, रेलवे कॉसिंग पार कर दूर जिला पलवल एवं फरीदाबाद के ब्लॉक पृथला, पलवल एवं बल्लबगढ़ में लाया गया है। इस दिशा में रैनीवेल योजना के माध्यम से जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग ने जिला पलवल एवं फरीदाबाद के ब्लॉक पृथला, पलवल एवं बल्लबगढ़ के विभिन्न गावों में पीने का पानी देकर लोगों की पेयजल समस्या को खत्म किया है।इस योजना से वर्ष 2031 में 3 लाख लाख 6 हजार 814 व्यक्तियों को पीने के पानी का लाभ मिलेगा और वर्ष 2046 में 4 लाख 44 हजार 317 व्यक्तियों को पीने के पानी का लाभ मिलेगा। इस योजना में 10 एमएलडी की क्षमता वाले 2 रैनीवेल व 2 मुख्य टैंक का निर्माण किया गया है। एमबीएस मोहना (6100 के.एल. क्षमता) से आगे दूधौला (4500 के.एल. क्षमता) और 7 आईबीएस का निर्माण कराया गया है। हर घर में बेहतर जल संचालन के लिए 62 गावों में भूमिगत टैंक के निर्माण का प्रावधान भी इस योजना में किया गया है। इस परियोजना को व्यवस्थित रूप से करने हेतु पांच चरण में प्लान किया गया है।
पहले चरण में दो रैनीवेल व दो मुख्य टैंक का निर्माण, दूसरे चरण में 23 किलोमीटर मुख्य पाइप लाइन को लगवाना तथा तीसरे चरण में इंटरमिडियेट बूस्टिंग स्टेशन का निर्माण, चौथे चरण में गांव स्तर पर भूमिगत टैंक का निर्माण और पांचवे चरण में गांव के अंदर वितरण पाइप लाइन लगाना शामिल है। पीने के पानी के अभाव में सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को उठानी पड़ती है। ऐसे में जिला पलवल एवं फरीदाबाद के ब्लॉक पृथला व पलवल और बल्लबगढ़ में रैनीवेल योजना उनकी जिंदगी में काफी राहत लेकर आई है, जिससे अब उन्हें पानी लेने के लिए दूर दराज तक नहीं जाना पड़ेगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य पंचायत स्तर पर सभी को सुरक्षित स्वच्छ और पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराना, जीवन की गुणवता में सुधार, बेहतर स्वास्थ्य और गांवों में शहरों की तरह सुख-सुविधा देकर पलायन को रोकना है।