सुलतानपुर , मोहर्रम की दसवीं तारीख को मुस्लिम समाज ने शनिवार को सुबह 10 बजे के आसपास मातमी जुलूस निकाला। मातमी जुलूस में भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग एकत्रित रहे। बल्दीराय के फूलपुर बघौना पटैला दौनो मऊ मूसी पूरे मिर्जा चक कारीभीत चक तेंदुआ आलियाबाद सोनबरसा कस्बामाफियात नदौली पारा बाजार, इसौली इब्राहिमपुर आदि गांवो में मातमी जुलूस निकाला गया जुलूस के दौरान पुलिस प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद रहा।मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नोहा खानी व मातम करते हुए जुलूस निकाला हालांकि मातमी जुलूस के दौरान कुछ लोग ताजिया के आगे आलम लेकर चल रहे थे, मोहर्रम की दसवीं तारीख को शहीद-ए-आजम हजरत सैयदना इमाम हुसैन व उनके साथियों की शहादत को याद करते ताजिया जुलूस निकाला गया। जुलूस कर्बला पहुंचकर समाप्त हुआ जहां शहीदाने कर्बला को खिराज-ए-अकीदत पेश करने के बाद ताजियों को सुपुर्दे खाक किया गया।मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा बताया गया कि कर्बला में 1400 साल पहले पैगंबरे इस्लाम के नवासे हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों को यजीद ने शहीद करा दिया था। इस्लाम की सर बुलंदी के लिए हजरत इमाम हुसैन ने यह कुर्बानी दी थी,उन्हीं की याद में यह मातमी जुलूस निकाला जाता है। जुल्म के खिलाफ ये प्रोटेस्ट था जो आज भी जारी है। सुरक्षा एवं शांति व्यवस्था कायम रखने हेतु बल्दीराय थानाध्यक्ष अमरेंद्र बहादुर सिंह मय फोर्स के साथ मौजूद रहे।मातम करते शरीर से निकल जाता है खून हजरत इमाम हुसैन की याद में मुस्लिम समुदाय के लोग खूब मातम करते हैं। अपने शरीर पर चोट पहुंचाकर दुख जाहिर करते हैं। इससे खून भी निकल जाता है। मातमी जुलूस को देखने के लिए क्षेत्र से भारी संख्या में लोग पहुंचते हैं।