विजय कुमार यादव, पहल टुडे
रूट से अलग चलने पर होगी कार्रवाई, लोगों को जाम की समस्या से मिलेगी निजात।
मऊ में अधिकारियों से लेकर आम जनता को रोजाना सड़क पर ट्रैफिक जाम की समस्या का सामना करना पड़ता है। शहर की रफ्तार को कम करने में ट्रैफिक जाम की मुख्य भूमिका मानी जाती है। ऐसे में यातायात विभाग ने शहर को ट्रैफिक जाम से मुक्ति दिलाने के लिए कमर कस ली है। शहर में ट्रैफिक जाम का मुख्य कारण ई-रिक्शा की तेजी से बढ़ती संख्या को माना जा रहा है।
मुख्य रूप से शहर की घनी आबादी वाले क्षेत्रों में ई-रिक्शा के कारण ट्रैफिक जाम देखने को मिलता है। इस वजह से यातायात विभाग द्वारा ई-रिक्शा चालकों के साथ बैठक कर रूट निर्धारण का निर्णय लिया गया। जिसके बाद पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय के निर्देशन में शहर के सभी ई-रिक्शा पर उनके रूट के हिसाब से नंबर अंकित करते हुए सबका रूट निर्धारण किया जा रहा है।
अब कुछ दिनों में शहर में चलने वाले सभी ई-रिक्शा पर रूट के हिसाब से नंबर अंकित कर दिया जाएगा। जिसके बाद ई-रिक्शा अपने निर्धारित रूट पर ही चल पाएंगे। ट्रैफिक इंस्पेक्टर एसएस पांडेय ने बताया कि पिछले दिनों यातायात विभाग ने ई-रिक्शा चालकों के साथ बैठक कर शहर में ट्रैफिक जाम की समस्या को खत्म करने के लिए रूट निर्धारण का फैसला लिया था।
ई-रिक्शा चालकों द्वारा स्वयं अपनी स्वेच्छा से अपना रूट निर्धारण करते हुए नंबर अंकित कराया जा रहा है। शहर में लगभग 2200 से अधिक ई-रिक्शा हैं, जिनमें से लगभग 1800 का रूट निर्धारण करते हुए नंबर अंकित किया जा चुका है। सड़कों को 6 भागों में विभाजित करते हुए ई-रिक्शा के 6 रूट का निर्धारण किया गया है। 1 से लेकर 6 तक अलग-अलग रूट के लिए सभी ई-रिक्शा को नंबर दिया जा रहा है।
आने वाले कुछ दिनों में शहर की रफ्तार बढ़ जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक अविनाश पांडेय के निर्देशन में मऊ के लगभग 2 हजार से अधिक ई-रिक्शा पर रूट निर्धारण के लिए नंबर अंकित किए जा रहे हैं। रूट निर्धारण होने के बाद नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पहले ई-रिक्शा चालकों को समझाया जाएगा। उसके बाद जरूरत पड़ने पर चालान भी किया जाएगा।