बहराइच/जरवल l
फाइलेरिया यानि हाथी पाँव से बचाव के लिए 10 अगस्त से एमडीए ( सामूहिक दवा सेवन ) अभियान चलाया जाएगा । इसके तहत आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाएंगी । इन दवाओं का सेवन सभी लोग कर लें इसके लिए जरवल ब्लॉक के निमदीपुर गांव में शुक्रवार को प्रधान प्रतिनिधि तैयब अली की अध्यक्षता में एक सामुदायिक बैठक का आयोजन किया गया।
बैठक में फाइलेरिया पेशेंट प्लेटफार्म के सदस्य 35 वर्षीय रामगोपाल ने अपनी आप बीती बताते हुए कहा कि उन्हें दाहिने पैर में 3 साल से फाइलेरिया है। पैर में काफी सूजन रहती थी जिसकी वजह से वह मजदूरी नहीं कर पाते थे । देखभालऔर सरकारी दवाओं के सेवन से आराम मिला है लेकिन इस बीमारी का कोई इलाज़ नहीं है इसलिए देखभाल बेहद जरूरी है |
फाइलेरिया पेशेंट प्लेटफार्म के 22 वर्षीय सदस्य अनवर (बदला हुआ नाम ) बताते है कि फाइलेरिया बीमारी मच्छरों के काटने से होती है। इसका कोई इलाज नहीं है। उन्हें यह बीमारी 4 साल से है देखभाल और प्रबंधन से काफी आराम है उन्होंने कहा यह बीमारी किसी और को न हो इसके लिए 10 अगस्त से फाइलेरिया से बचाव की दवा घर-घर खिलाई जायेगी। हम सभी को इन दवाओं का सेवन करना है और दूसरों को भी दवा सेवन कराने में सहयोग करना है। ताकि हमारे गांव में फिर किसी और को फाइलेरिया बीमारी न हो। इस मौके पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि तैयब अली ने लोगों से कहा कि सबसे पहले हम सब दवा सेवन कर कार्यक्रम की शुरुआत इसी जगह से करेंगे इसके बाद आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को अपने सामने ही दवा खिलाएंगी। जिन लोगों को दवा सेवन में कोई झिझक होगी उनको हम लोग मिलकर समझाएंगे।
आशा कार्यकर्ता अफरोजा बेगम ने बताया कि निमदीपुर में 18 फाइलेरिया के मरीज चिन्हित किए गए हैं । इनमें से 4 मरीजों को हाइड्रोसिल और 14 मरीजों को हाथ और पैर में फाइलेरिया है। उन्होंने बताया कि यह बीमारी दूसरों में न फैले इसके लिए 10 अगस्त से दो साल से अधिक उम्र के सभी लोगों ( गर्भवती और गंभीर बीमार लोगों को छोड़कर ) को फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जाएगी । यह दवा किसी को खाली पेट सेवन नहीं कराया जाएगा और दवा सामने खिलाई जाएगी किसी को दवा घर ले जाने के लिए नहीं दिया जाएगा । इस मौके पर ग्रामवासी जमील अहमद , काजी जमीर अहमद व सीफार प्रतिनिधि सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रतिभाग किया।