27 जुलाई को महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे अपना 63वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका पूरा नाम उद्धव बाल केशव ठाकरे है। बता दें कि महाराष्ट्र में उनकी पार्टी शिवसेना काफी लोकप्रिय पार्टी है। वहीं उद्धव ठाकरे का महाराष्ट्र की राजनीति में उनका अहम योगदान है। उद्धव साल 2000 से पहले राजनीति से दूर रहे थे। लेकिन बहुत कम समय में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने राजनीति में एक अलग मुकाम हासिल किया है। आइए जानते हैं उनके जन्मदिन के मौके पर उद्धव ठाकरे के जीवन से जुड़ी कुछ रोचक बातों के बारे में…
जन्म और शिक्षा
पूर्व नेता और शिवसेना के संस्थापक श्री बालासाहेब ठाकरे के घर मुंबई में 27 जुलाई 1960 को उद्धव ठाकरे का जन्म हुआ था। मुंबई में स्थित बालमोहन विद्यामंदिर से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की। इसके बाद आगे की पढ़ाई उन्होंने सर जमशेदजी जीजीभॉय स्कूल ऑफ आर्ट्स कॉलेज से पूरी की थी।
राजनीतिक सफर
वहीं राजनीति में आने से पहले शिवसेना के स्पष्ट उत्तराधिकारी के तौर पर उद्धव ठाकरे को शायद ही कोई जानता है। क्योंकि उद्धव ठाकरे ने भी कभी सक्रिय तौर पर राजनीति में अपना ध्यान नहीं लगाया था। उन्हें वन्यजीव फोटोग्राफी में काफी दिलचस्पी थी। लेकिन जब पिता बाल ठाकरे की तबियत बिगड़ने लगी तो उद्धव ठाकरे राजनीति में सक्रिय हो गए।
हालांकि उनका राजनीतिक सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा था। क्योंकि बाल ठाकरे के बाद उनकी पार्टी शिवसेना का उत्तराधिकारी कौन होगा यह महाराष्ट्र का मुख्य सवाल था। वहीं जनता बाल ठाकरे के उत्तराधिकारी के तौर पर राज ठाकरे को कहीं न कहीं देखती थी। क्योंकि महाराष्ट्र की जनता राज ठाकरे में बाला साहब ठाकरे की छवि को देखती थे। लेकिन उद्धव ठाकरे को पार्टी के लिए अपने चचेरे भाई राज ठाकरे से भी संघर्ष करना पड़ा था। इसकी वजह से शुरुआत में पार्टी के एक गुट को विरोध का सामना करना पड़ा।
कॅरियर
साल 2002 में उद्धव ठाकरे ने बीएमसी चुनाव में पार्टी की जीत के साथ शिवसेना को एक प्रमुख स्थान दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। इस दौरान बाला साहब ठाकरे ने उद्धव से पार्टी में एक जिम्मेदार भूमिका निभाने के लिए जोर डाला था। जिसके बाद साल 2003 में उन्हें पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर घोषित कर दिया गया। वहीं बाला साहब के निधन के बाद शिवसेना पार्टी की सत्ता में उद्धव ठाकरे एकमात्र महत्वपूर्ण व्यक्ति है
साल 2012 में उद्धव ठाकरे ने पार्टी की नीतियों और रणनीतियों को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना पार्टी महाराष्ट्र की अहम राजनीतिक ताकत बन गई। वहीं साल 2019 में उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बने। इस दौरान शिवसेना, एनसीपी, और आईएनसी की महाराष्ट्र में गठबंधन की सरकार थी। साथ ही वह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनने वाले पहले शिवसेना नेता है।
महाराष्ट्र के सीएम बनने के बाद उद्धव ठाकरे ने रोजगार सृजन, बुनियादी ढांचे के विकास और कृषि सुधारों सहित कई मुद्दों पर ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने महाराष्ट्र के लोगों के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए कई नीतियों को लागू किया। उद्धव ठाकरे ने गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए शिव भोजन थाली योजना के जरिए सस्ता भोजन प्रदान करती है। साल 2019 में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे को कोविड 19 महामारी, बाढ़ से निपटने और राज्य के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए प्रशंसा मिली थी।