September 19, 2024

चलिए आज हम आपको देशभक्ति दम बिरयानी बनाना सिखाते हैं। सबसे पहले भगोने के रूप में एक देश लीजिए। उसमें बड़ी मात्रा में चिकेन के नाम पर धर्म फसादी मामले डाल दीजिए। फिर दही के नाम पर नोटबंदी, लाल मिर्च के नाम पर जीएसटी, निंबू के नाम पर विशेष पैकेज, अदरक के नाम पर बेरोजगारी, प्याज के नाम पर डराने-धमकाने वाले प्रवचन, गरम मसाले के नाम पर सीबीआई-आईटी-ईडी, घी के नाम पर चुपड़ी-चुपड़ी बातें और फिलहाल गालों पर अधिक लाली लगाए घूम रही टमाटर रानी के टुकड़े महंगाई के रूप में मिला दीजिए। अब उसे अच्छे से फेंटिए। इसे तब तक फेंटिए जब तक कि सारी सामग्री विरोधियों पर अपना असर दिखाना शुरू न कर दे।  इसके बाद इसे चुनाव की कड़ाही पर चढ़ाकर लंबी तानकर सो जाइए।

अब पकाने की बारी यानी चुनाव का समय आ गया है। यही वह समय है जब असली देशभक्ति  दम बिरयानी बनने की प्रक्रिया आरंभ से लेकर अंजाम तक पहुँचती है। चुनाव की कड़ाही लीजिए। इस पात्र को अपने समय सस्ते और दूसरों के समय महंगा लगने वाले गैस के चूल्हे पर चढ़ा दीजिए। लगभग साढ़े चार साल तक अच्छी तरह से तैयार  किए गए देशभक्ति दम बिरयानी की सामग्री अपनी पक्की ‘स्मृति’ वाले सिलेंडर पर चढ़ाना मत भूलिए। अन्यथा सारी की सारी सामग्री बेकार हो जाएगी। इन सबसे जरूरी बीच-बीच में भड़कीली टिप्पणी के नाम पर लाइटर से चूल्हा सुलगाना बहुत जरूरी है। अब इस कड़ाही में दूसरों पर पेशाब करने और औरतों को नंगा कर घुमाने से जो शर्म वाला पानी निकला है, उसका चुल्लू भर ही सही लेकिन इस्तेमाल जरूर कीजिए। वरना देशभक्ति दम बिरयानी बनना असंभव है। शर्म का चुल्लू भर पानी उबलने पर दिखावटी प्रेस मीट का ढक्कन उतार दीजिए। इसके बाद दूसरों के जले के नाम पर लगाया जाने वाला नमक उपयुक्त मात्रा में इस्तेमाल कीजिए। अब बारी आती है बिरयानी चावल के नाम पर दो करोड़ वाले नौकरी वाले चावल की। इसे भी उस पात्र में डाल दीजिए। लगभग तीन चाथाई पक जाने पर इसे उतार दीजिए।

इस तरह पके बिरयानी चावल के आधे हिस्से को लुभावने वादों की स्टील हांडी की सतह पर धोखा-छलावा वाला मक्खन डाल दीजिए। इसके बाद धर्म फसादी चिकेन डालिए। अब बचा हुआ दो करोड़ नौकरी वाला बिरयानी चावल डाल दीजिए। लुभावने वादों की हांडी के चारों ओर मतदाताओं में बाँटने वाला रुपया रूपी मैदा लेप दीजिए। उस पर अपनी बनावटी हँसी का ढक्कन चिपका दीजिए। इसे चुनाव संपन्न होने तक पकने दीजिए। समय का अनुमान ठीक से लग सके इसके लिए झूठे एजेंडों की घड़ी का इस्तेमाल कर सकते हैं। लीजिए तैयार हो गयी देशभक्ति दम बिरयानी। बिना देर किए झूठी शान को दर्शाती प्लेटों में इसे परोस दीजिए। एक निवाला मुँह में जाते ही आप खुद कह उठेंगे – वाह भई वाह! इसे कहते हैं देशभक्ति दम बिरयानी।

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