बहराइच l विश्व गर्भनिरोधक दिवस हर वर्ष 26 सितंबर को मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य युवा दंपतियों को यौन एवं प्रजनन स्वास्थ्य के बारे में पूर्ण जानकारी देकर उन्हें सशक्त बनाना है, ताकि वे अपने परिवार का आकार नियोजित कर सकें और स्वस्थ जीवनशैली अपना सकें। जनपद में अप्रैल 2024 से अब तक 2.98 लाख से अधिक दंपत्ति किसी न किसी गर्भनिरोधक साधन का उपयोग कर रहे हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय कुमार ने बताया कि विश्व गर्भनिरोधक दिवस का उद्देश्य अनचाहे गर्भ और उससे जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं को रोकना है। जनपद के सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर आधुनिक गर्भनिरोधक साधन उपलब्ध हैं, और दंपतियों को उनकी रुचि के अनुसार उपयुक्त साधन अपनाने की सलाह दी जा रही है। साथ ही, आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से नवविवाहित दंपतियों को शादी के दो साल बाद पहला बच्चा प्लान करने और बच्चों के बीच तीन साल का अंतर रखने के महत्व पर भी जागरूक किया जा रहा है।
आसान हुई खुशहाली की राह-
पयागपुर के खजुरी गांव की राधा देवी (बदला हुआ नाम), जो पहले अनचाहे गर्भ का सामना कर चुकी थीं, अब आशा कार्यकर्ता शकुंतला देवी की मदद से कॉपर-टी का उपयोग कर रही हैं। राधा बताती हैं, “गर्भनिरोधक साधन अपनाने के बाद अब मैं अपने बच्चों की बेहतर देखभाल कर पा रही हूँ और पति के साथ अपनी भविष्य की योजनाओं पर अधिक ध्यान दे पा रही हूँ। आशा कार्यकर्ता ने मुझे इस फैसले के लिए प्रेरित किया और मुझे सही जानकारी दी।”
सामाजिक और सांस्कृतिक चुनौतियाँ-
आशा कार्यकर्ता शकुंतला देवी ने बताया कि कई बार महिलाएं गर्भनिरोधक साधनों का उपयोग करना चाहती हैं, लेकिन उन्हें पति या परिवार का समर्थन नहीं मिलता। कुछ समुदायों में पारंपरिक मान्यताएँ और सांस्कृतिक धारणाएँ गर्भनिरोधक साधनों के उपयोग को स्वीकृति नहीं देतीं, जिससे महिलाएं इसका उपयोग करने में कठिनाई महसूस करती हैं। हालांकि सरकारी प्रयास, सास-बेटा-बहू सम्मेलन, मासिक खुशहाल दिवस, और सारथी वाहन के माध्यम से जागरूकता बढ़ रही है। अब लोग समझ रहे हैं कि गर्भनिरोधक साधन अपनाने से उनके स्वास्थ्य और जीवन की गुणवत्ता में सुधार हो सकता है।
बढ़ रहा उपयोग का दायरा-
जनपद में गर्भनिरोधक साधनों का उपयोग लगातार बढ़ रहा है:
• 2021-22: स्थायी साधन – 4012, अस्थायी साधन – 381303
• 2022-23: स्थायी साधन – 4480, अस्थायी साधन – 429821
• 2023-24: स्थायी साधन – 5019, अस्थायी साधन – 592973
डीएचआईओ बृजेश सिंह ने बताया कि अप्रैल 2024 से 20 सितम्बर तक 2.98 लाख दंपत्तियों ने आधुनिक गर्भनिरोधक साधन अपना चुके हैं। इनमें नसबंदी, कॉपर-टी, त्रैमासिक अंतरा इंजेक्शन, माला-एन गोली, कंडोम, और साप्ताहिक छाया गोली शामिल हैं।
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा, “विश्व गर्भनिरोधक दिवस का उद्देश्य सिर्फ गर्भनिरोधक साधनों का प्रचार नहीं है, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि हर दपत्ति सही समय पर इनका उपयोग करके अपने परिवार की बेहतर योजना बना सकें। इसके जरिए महिलाओं को सशक्त किया जा सकता है और मातृ व शिशु मृत्यु दर में कमी लायी जा सकती है।