महराजगंज तराई (बलरामपुर)/चिकित्सा विभाग की हालत राम भरोसे है। बाढ़ के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में संकरण फैलने की आशंका बनी रहती है।समुचित व्यवस्था न होने से विकासखंड तुलसीपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत गुलरिहा हिसामपुर में बीते पांच दिनों से उल्टी दस्त के मरीज लगातार बढ़ते जा रहे है।चिकित्सा विभाग हवाई व्यवस्था के बलबूते मरीजों के इलाज और संक्रमण को रोकने के उपायों पर अपनी पीठ थपथपा रहा है। हालत बिगड़ते देख स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव में सफाई कर्मचारियों को लगाकर साफ सफाई भी कराई जा रही है। साथ ही ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव भी कराया जा रहा है। बावजूद इसके बृहस्पतिवार को उल्टी दस्त के 16और मरीज बढ़ गए है।बीते चार दिन से 46 लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित है। जिनका इलाज तुलसीपुर व बलरामपुर तथा पीएचसी गुलरिहा हिसामपुर में चल रहा है। बृहस्पतिवार को सीएचसी अधीक्षक डॉ सुमंत सिंह चौहान ने अपनी टीम के साथ गांव में जाकर मरीजो से मुलाकात की बचाव के लिए जागरूक भी किया।उन्होंने ने बताया कि दूषित जल पीने से गांव के लोगों को उल्टी-दस्त होने लगा। ग्रामीणों को शुद्ध जल पीने वह आसपास साफ सफाई रखने की सलाह दी गई है।जो मरीज पांचवें दिन बढ़े है उनमे अनुराग वर्मा 13 वर्ष शहजादी 4वर्ष अनस आलम 7 वर्ष मेहनाज 5 वर्ष हलीमा 3 वर्ष शाहरून्निसा 30 वर्ष जावेद 24 वर्ष इरफान 29 वर्ष लक्ष्मी 11 वर्ष दिवशी 4 वर्ष खुशबू 7 वर्ष शिवानी 3 वर्ष सरिता 18 वर्ष 16 17 वर्ष रजनी 20 वर्ष रोशनी 10 वर्ष अब तक गांव में कुल 62लोग उल्टी दस्त से पीड़ित हैं। ग्रामीणों ने बताया कि 6 माह से अभी तक पीएचसी गुलरिहा हिसामपुर में डॉक्टर के तैनाती नहीं थी पीएचसी में आज डॉक्टर केशव प्रसाद चौधरी की ड्यूटी लगाई गई है। डॉ केशव प्रसाद चौधरी ने उल्टी दस्त से पीड़ित मरीजों का इलाज किया। मरीज जावेद व इरफान ज्यादा गंभीर होने पर उनको अस्पताल में भर्ती किया गया है। जिनका इलाज चल रहा है। सीएचसी अधीक्षक सुमंत सिंह चौहान ने बताया कि मरीजों की संख्या जो बढ़ रही है वह केवल दूषित भोजन व दूषित पानी से हो रहा है।स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों को जागरुक कर रही है।