अयोध्या/ धर्म सेना के तत्वाधान में विभिन्न हिंदूवादी संगठनों द्वारा बांग्लादेश में हिंदुओं के हो रहे नरसंहार के विरुद्ध सड़कों पर उतरकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को नगर कोतवाल अश्विनी कुमार पांडे के माध्यम से भेजे गए ज्ञापन में कहा गया है कि अपनी जान बचाने को आतुर भारत के बॉर्डर पर हिंदुओं को भारत आने की तत्काल अनुमति सरकार अनुमति प्रदान करें एवं घुसपैठिए बांग्लादेशियों को भारत में तत्काल प्रभाव से भागने का कार्य करे।
इस दौरान धर्म सेना के प्रमुख संतोष दूबे ने कहा कि देश के करोड़ों हिंदुओं की यह अपेक्षा है की तत्काल प्रभाव से बांग्लादेश के हिंदुओं की रक्षा की जाए, अगर ऐसा नहीं होता है तो भारत में रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के साथ हिंदू समाज वैसा ही बर्ताव करेगा जैसे कि हिंदुओं के साथ बांग्लादेश में किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अगर बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार को नहीं रोका गया तो उसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। हिंदू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता, एवं सदस्य राष्ट्रीय कार्यकारिणी अधिवक्ता मनीष पांडेय ने कहा कि जिस प्रकार 1971 में सैन्य कार्यवाही करते हुए भारत ने बांग्लादेश को अलग किया था आज आवश्यकता है कि हिंदुओं के रक्षार्थ वैसे ही सैन्य कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि कांग्रेसी नेता सलमान खुर्शीद अपनी जहरीली मानसिकता का प्रदर्शन करते हुए भारत के मुसलमान और इस्लामी आतंकी संस्थाओं को भारत के विरुद्ध गृह युद्ध करने के लिए भड़का रहे हैं, सलमान खुर्शीद और अन्य ऐसे तत्वों को तत्काल प्रभाव से इनके विरुद्ध देश विरोधी गतिविधियों के तहत कार्यवाही की जाय। महंत दिलीप दास त्यागी ने कहा कि प्रधानमंत्री से अपेक्षा करते हैं कि आतंकी विचारधारा की बांग्लादेशियो के विरुद्ध वह कठोर कार्यवाही अवश्य करेंगे, डॉ गंगाराम तिवारी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखंड हिंदू राष्ट्र मोर्चा द्वारा भी इस संबंध में अपने विचार रखे गए। इस अवसर पर प्रमुख लोगों में शिशिर दूबे, मित्र मंच के प्रमुख शरद बाबा, अधिवक्ता अश्वनी कुमार पांडेय, पंडित संतोष मिश्रा, चंदन साहू, दिग्विजय नाथ पांडेय, दीपक पांडेय, नीरज पाठक, दीपक दुबे, शैलेंद्र अमरेंद्र सिंह, सुनील कुमार साहू, अजय तिवारी, रंजीत, तरुण कुमार गुप्ता, प्रशांत श्रीवास्तव सहित सैकड़ो की संख्या में लोग उपस्थित रहे।