शादियाबाद गाज़ीपुर। कर्बला में अपनी अजीम कुर्बानी पेश करके दुनियां के सम्पूर्ण मानव जाति के स्वाभिमान, इन्सानियत एवं मानवता के वजूद को हमेशा हमेशा के लिए महफूज करने वाले हजरत इमाम हुसैन( रजि0) की याद में दसवीं मुहर्रम को चौक पर रखे गये ताजियों का जुलुस बड़े ही गमगीन माहौल में अक़ीदत एव सादगी से निकाला गया और पूरी रात हजरत इमाम हुसैन की याद में मातम सीना जनि करते रहे सुबह 6 बजे नम आँखों के साथ कर्बला में ताजियों को दफन किया गया। इस दौरान या हुसैन या हुसैन की सदाओं से इलाका गूंज उठा।
हजरत इमाम हुसैन (रजि0) व उनके 72 साथियों की शहादत की याद में निकाला जाने वाला जुलूस शादियाबाद के मसूदपुर, कस्बा दयालपुर,खतिबपुर,और पुरानी बाजार सहित पूरे इलाके में मोहर्रम की 6 वी तारीख से लेकर मोहर्रम की 10 वी तारीख तक बड़ी अकीदत के साथ समस्त चौको पर ताजिया रख कर इमाम हुसैन की याद को ताजा कर अमन चैन की दुआ मांगी गयी नोहे पढ़ी गई नजर देकर हजरत इमाम हुसैन को याद किया गया। इमाम हुसैन ने बातिल के सामने न झुक कर पूरे जहान को ये बता गए की कभी भी किसी बादशाह के आगे अपने सर को न झुकाओ जिससे की इंसानियत शर्मशार हो इमाम हुसैन ने सर तो कटा दिया मगर कभी किसी बातिल के सामने सर को नही झुकाया इमाम हुसैन की याद जगह जगह कही जर्दा कही कही चाय नमकीन खीचड़ा व पुलाव इत्यादि का जगह जगह वितरण पूरी रात होता रहा।
जुलुस मे शांति व्यवस्था बनाये रखने के उद्देश्य से थाना प्रभारी श्याम जी यादव मय फोर्स के साथ चप्पे चप्पे पर नजर जमाये रहे।