ललितपुर । बु. वि.सेना की एक आवश्यक बैठक स्थानीय कम्पनी बाग में बु. वि. सेना प्रमुख हरीश कपूर की अध्यक्षता में आहूत हुई । बैठक में छूट प्रजाति ( जिन पेड़ों को काटने की अनुमति की जरूरत नही पड़ती ) के नाम पर जखौरा दैलवारा तथा अन्य जगहों पर सरकारी जमीन पर खड़े हजारों पेड़ों की अवैध कटान पर गहरी चिन्ता व्यक्त की गई ।
बु. वि. सेना प्रमुख हरीश कपूर टीटू ने कहा कि जहां एक ओर सरकार वृक्षारोपण को प्रोत्साहित करने के लिए एक पेड़ मां के नाम अभियान चला रही है , वहीं दूसरी ओर कतिपय लोग हरे पेड़ों की अवैध कटान करके इस योजना के पलीता लगा रहे हैं । हजारों हरे-भरे पेड़ कटने से पर्यावरण असन्तुलन हौ रहा है जो कि अवर्षा का कारण हो सकता है।
बु.वि. सेना प्रमुख टीटू कपूर ने कहा कि भूगर्भशास्त्री डॉ नेगी ने इस क्षेत्र के बारे में आशंका व्यक्त करते हुए कहा था कि पेड़ नहीं लगाने और पहले से लगे हुए पेड़ों को यदि संरक्षित नहीं किया गया तो 100 साल में बुन्देलखण्ड रेगिस्तान में तब्दील हो सकता है । अत: आज बुन्देलखण्ड में पेड़ों का संरक्षण परम आवश्यक हो गया है ।
उन्होंने कहा कि आज से कुछ साल पहले जब बजाज पावर प्लांट स्थापित हुआ था तब हजारों हरे-भरे को जिस तादाद में काटा गया था उस तादाद में न तो वृक्षारोपण किया गया था और ना ही पेड़ों के संरक्षण के लिए कोई आवश्यक कदम उठाये गये थे । देश के प्रधानमंत्री और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री वृक्षारोपण के लिए अभियान चला रहे है परन्तु स्थानीय वन विभाग कोई आवश्यक कदम नही उठा रहा है । उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की हरे-भरे पेड़ों की अवैध कटान को तत्काल प्रभाव से रोका जाये अन्यथा की स्थिति में बु. वि. सेना उग्र आन्दोलन छेड़ने को बाध्य हो जायेगी ।
बैठक में राजकुमार कुशवाहा , फूलचन्द रजक , बी. डी चन्देल , अमरसिंह बुन्देला , प्रदीप पंडित , कदीर खां , नंदराम कुशवाहा , जगदीश झा , खुशाल बरार , प्रदीप साहू , रामप्रकाश झा ,गफूर पेन्टर , संजय चौहान , प्रिन्स , छोटे राजा , अंशुल राजपूत , प्रेमशंकर गुप्ता , भानसिंह , रोहित राजपूत , कामता भट्ट , अरविन्द आदि मौजूद रहे ।