उरई। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय ने कल देर शाम जिला पोषण समिति/कन्वर्जेन्स विभाग की समीक्षा बैठक कलेक्ट्रेट सभागार कर सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बाल विकास सेवा एवं पुष्टाहार विभाग के कार्यों/ योजनाओं यथा आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों द्वारा पोषण ट्रैकर पर फीडिंग, एनआरसी में बच्चों का संदर्भन, आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण, हाॅटकुक्ड मील योजना संचालन एवं तीव्र अतिकुपोषित (सैम) बच्चों को दुधारु गाय उपलब्ध कराने के विषय पर विस्तृत समीक्षा की गयी। उन्होंने समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि शत-प्रतिशत बच्चों का वजन मापन कर पोषण ट्रैकर पर फीडिंग कराये। विभागीय कार्यों में शिथिलता बरतने वाली मुख्य सेविकाओं के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। गृह भ्रमण व टेक होम राशन की फीडिंग में सुधार लाये नहीं तो सम्बन्धित सीडीपीओ/मुख्य सेविका के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी। हाॅट कुक्ड मील योजना माह जुलाई 2024 में प्रारम्भ कराते हुये उसका नियमित अनुश्रवण करें तथा योजना को सुचारु रुप से संचालित कराना सुनिश्चित करेें। आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण हेतु समस्त सीडीपीओ/मुख्य सेविकायें खण्ड विकास अधिकारी व ग्राम प्रधान से सम्पर्क कर जिनका कार्य प्रारम्भ है, उन्हें पूर्ण कराये तथा जिनका कार्य अनारम्भ है उसे आरम्भ करने के निर्देश दिए। आंगनबाड़ी केन्द्र भवन निर्माण कार्य में किसी प्रकार की शिथिलता क्षम्य नहीं होगी। समस्त बाल विकास परियोजना अधिकारी माह जुलाई 2024 में 20-20 दुधारु गाय सैम श्रेणी के बच्चों को उपलब्ध करायेंगे। आंगनबाड़ी केन्द्रों की समस्त प्रकार की फीडिंग विभागीय ऐप पर ससमय शत-प्रतिशत पूर्ण करायें। अन्यथा सम्बन्धित सीडीपीओ इसके लिये उत्तरदायी होंगे। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी राजेन्द्र कुमार श्रीवास, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ नरेंद्र देव शर्मा, जिला विकास अधिकारी सुभाष चन्द्र त्रिपाठी, उपायुक्त एनआरएलएम, जिला विद्यालय निरीक्षक राजकुमार पंडित, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी चंद्र प्रकाश, जिला पंचायती राज अधिकारी राम अयोध्या प्रसाद, जिला कार्यक्रम अधिकारी एवं समस्त सीडीपीओ व मुख्य सेविका तथा डीएससीओ यूपी टीएसयू उपस्थित रहे।