नानपारा/बहराइच l नानपारा के अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त शायर व साहित्यकार शारिक रब्बानी को हिन्दी भवन भोपाल , मध्यप्रदेश में, वरिष्ठ आई ए एस,व पूर्व अपर मुख्य सचिव मध्यप्रदेश शासन के हाथों में अवार्ड मिला।
भोपाल की साहित्यक व सांस्कृतिक संस्था, साहिर लुधियानवी साहित्यक व सांस्कृतिक सोसायटी की ओर से आयोजित एक सम्मान समारोह व फिल्मों गीतों के गायन कार्यक्रम में , शारिक रब्बानी को उनकी साहित्यक व समाजिक सेवाओं के लिए, रशीद अन्जुम अवार्ड से सम्मानित किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि मनोज श्रीवास्तव , विष्टि अतिथि कौसर सिद्दीकी,डा कमर अली शाह, उमेश तिवारी, और शहनवाज़ खान एडवोकेट व इतिहासकार रहे। डा देव, संजीव शर्मा, राजेश भट्ट, कुलदीप सिंह, और तबरेज खान आदि सिंगर्स ने मशहूर फिल्मी नगमा निगार असद भोपाली के फिल्मी गीतों को गाया। मशहूर फिल्मी नगमा निगार साहिर लुधियानवी को भी याद किया गया। इस कार्यक्रम में उपस्थित जनसमूह में अनेक शायर , साहित्यकार, संस्कृति प्रेमी और बुद्धिजीवी उपस्थित रहे। उल्लेखनीय है कि शारिक रब्बानी के दो काव्य संग्रह, फिक्रों फ़न, ओर अफ़कार ए शारिक, एक उपन्यास गर्दिश ए अय्याम, जिसका हिन्दी में कालचक्र और मराठी में चक्रव्यूह के नाम से अनुवाद हो चुका है। सहित शोध पर आधारित अन्य पुस्तकें भी प्रकाशित हो चुकी है। उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी पुरस्कार, अवध श्री सम्मान, सिराज मीर खां सहर सम्मान, सृजन शील मोती स्रष्टा सम्मान, विनेसाम साहित्य ज्योति सम्मान, साहित्य श्री सम्मान, फारूक अहमद आरिफ ग़ज़ल सम्मान, साहित्य प्रभा सम्मान, नेपाल भारत मेत्री संघ द्वारा प्रदत्त सम्मान, इंकलाब काव्य कथा सम्मान , तुलसी स्मृति नेपाल अवधी सम्मान,अवध श्री सम्मान, सहित,भारत और नेपाल में 25 से अधिक सम्मान व पुरस्कार आदि प्राप्त हो चुके हैं। कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय गायको द्वारा इनकी ग़ज़लों को अपनी आवाज दी गई है। भारत और नेपाल के लेखकों द्वारा इनके व्यक्तित्व और साहित्यक सेवाओं पर कलम चलाई गई है। और उर्दू , हिंदी और नेपाली में क्रमशः ,शारिक रब्बानी मेरी निगाह में, शारिक अदब के आईने में,व बहुआयमिक व्यक्तित्व शारिक रब्बानी , नामक पुस्तकों का प्रकाशन हो चुका है।