बहराइच। जनपद के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में संभावित बाढ़ एवं कटान से बचाव हेतु संचालित परियोजनाओं तथा राहत एवं बचाव कार्यों केे संचालन हेतु की गई तैयारियों का जायज़ा लेने के उद्देश्य से जिलाधिकारी मोनिका रानी ने सरयू नदी की बाढ़ से प्रभावित होने वाले जिले के दूरस्थ क्षेत्र स्थित ग्राम चौकसहार के मजरा झुंडी व अन्य क्षेत्रों का भ्रमण किया। चौकसहार केे मजरा झंुडी में रू. 469.68 लाख की लागत सरयू नदी के दायें तट पर स्थित ग्राम सूमह परागी, बेली, झुंडी, गड़रियनपुरवा, अहिरनपुरवा, चौकसहार एवं चमारनपुरवा की सुरक्षा हेतु कराये गये कटान रोधी कार्य से 207 घरों के लगभग 14550 की जनसंख्या तथा 4980.50 हेक्टेयर कृषि भूमि की सुरक्षा होगी।
निरीक्षण के दौरान मौके पर मौजूद ग्रामवासियों से डीएम ने बच्चों की शिक्षा-दीक्षा, जीवकोपार्जन के संसाधनों, बाढ़ के दौरान प्रायः होने वाली कठिनाईयों, आवागमन के संसाधनों के साथ-साथ खेती-बाड़ी व स्थानीय उपज के बारे में जानकारी प्राप्त की। डीएम ने ग्रामवासियों से यह भी पूछा कि गत वर्ष आयी बाढ़ में किसी प्रभावित व्यक्ति के मुआवज़े इत्यादि की कोई धनराशि तो बकाया नहीं है। ग्रामवासियों ने बताया कि सभी प्रभावित व्यक्तियों क्षतिपूर्ति का भुगतान समय हो गया है। डीएम ने स्थानीय लोगों से यह भी पूछा कि इस क्षेत्र में पापुलर की खेती बहुत पापुलर है। इसकी बिक्री की क्या व्यवस्था है। इस पर लोगों ने डीएम को बताया कि बिक्री में कोई दुश्वारी नहीं है ठेकेदार खेत में लगे पेड़ों को खरीद लेते हैं।
यहां पर ग्रामवासियों ने यह भी बताया कि ग्राम पंचायत चौकसहार में 30 मजरे हैं जिसमें से 18 मजरे नदी के इस पार हैं परन्तु ग्रामवासियों को खाद्यान्न लेने नदी के उस पार जाना पड़ता है। जिस कारण कार्डधारकों को दुश्वारी होती है। डीएम ने इस सम्बन्ध में एसडीएम को निर्देश दिया कि ग्रामवासियों की समस्या का समाधान करा दिया जाय। डीएम ने नायब तहसीलदार नानपारा को निर्देश दिया ग्रामवासियों के आवागमन के लिए नाव की संख्या बढ़ा दी जाय साथ ही ग्रामवासियों को क्षमता से अधिक सवारी न करने नसीहत भी की। क्षेत्रीय लेखपाल से डीएम ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में फसल के सर्वें इत्यादि के बारे में जानकारी प्राप्त की। लेखपाल ने बताया कि फसलों का सर्वें कर लिया गया है। विद्यतु आपूर्ति के बारे में पूछने पर लोगों ने लो-वोल्टेज की बात बतायी। डीएम ने विद्युत विभाग के अधिकारियों को समस्या का समाधान कराये जाने के निर्देश दिये।
डीएम ने मौके पर मौजूद उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के पशुओं का शत-प्रतिशत टीकाकरण करा दिया जाय। यहां पर डीएम ने ग्रामवासियों से इस बात की भी जानकारी प्राप्त की कि गत वर्ष आयी बाढ़ में किसी प्रभावित व्यक्ति के मुआवज़े इत्यादि की कोई धनराशि तो बकाया नहीं है। ग्राम भ्रमण के दौरान डीएम ने श्रीमती पूजा पत्नी प्रमोद के 02 वर्षीय पुत्र शिवम को देखकर टीकाकरण एवं पुष्टाहार वितरण के बारे में पूछने पर बताया कि आशा व एनएनएम दीदी गांव में टीकाकरण के लिये आती है तथा आंगनबाड़ी केन्द्र द्वारा मानक के अनुसार पुष्टाहार व अन्य सामग्री का वितरण किया जा रहा है। इसके उपरान्त डीएम ने खरखट्टनपुरवा पहुंचकर ग्रामवासियों से वार्ता कर आवश्यक जानकारी प्राप्त की।
इस अवसर पर प्रभारी चिकित्साधिकारी शिवपुर डॉ. नलिन राजा, बीडीओ शिवपुर राजेन्द्र प्रसाद, सीडीपीओ राम स्वरूप मौर्य, पशु चिकित्साधिकारी डॉ. एस.बी. यादव, नायब तहसीलदार नानपारा हर्षित पाण्डेय, थानाध्यक्ष खैरीघाट संजय कुमार, क्षेत्रीय लेखपाल पंकज सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।