राम पथ पर बने सीवर के निकट बने गड्ढों को लेकर आयुक्त गौरव दयाल व जिलाधिकारी नितीश कुमार ने राम पथ का निरीक्षण किया।
मंडलायुक्त ने बताया कि रामपथ लगभग 13 किलोमीटर में बना हुआ है तथा इसका निर्माण मानकों के अनुसार गुणवत्ता के साथ किया गया है। इस पथ में एक क्षेत्र ऐसा है जहां पर जो सीवर लाइन डाली गई थी वहां पर कॉम्पेक्शन की कमी की वजह से 6-7 जगहों पर गड्ढे हो गए थे।उन्होंने बताया कि पूरे अयोध्या में पिछले दो वर्षों में साढे पांच हजार चेंबर बनाए गए हैं उसमें से 8 या 9 जगह ही ऐसी दिक्कत आई है वह भी अतिवृष्टि के कारण हुई है। जनपद में पूरी वर्षा ऋतु के औसत वर्षा की 30 प्रतिशत बारिश मात्र 2 दिनों में हो गई है जिस कारण यह समस्या हुई है। उन्होंने बताया कि रामपथ कॉन्टैक्टर के एक वर्ष की डिफेक्ट लायबिलिटी व उसके उपरांत 04 वर्ष की मेंटीनेंस गारंटी में है जिससे कोई भी समस्या आने पर उसे तत्काल मरम्मत करा दिया जाता है। इसके लिए पी0 डब्लू0 ड़ी0 के इंजीनियर की टीम लगाई गई है। इसके साथ ही रामपथ में आ रही दिक्कतों की जांच हेतु सभी सम्बन्धित विभागों की एक समिति गठित की गई है जो जांच कर अपनी रिपोर्ट देगी। 13 किमी लंबे रामपथ में लगभग 300 मीटर में पथ के एक लेन में ही कुछ दिक्कते आई हैं जिसे शासन ने प्रथम दृष्टया लापरवाही मानते हुए जल निगम के अधिकारियों एवं पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों पर कार्यवाही भी की है और सम्बन्धित कॉन्टैक्टर की जिम्मेदारी तय करते हुए उसी से सारा मरम्मत का कार्य कराए जा रहे है। राम पथ पर निर्वाध आवागमन चल रहा है।