बिजनौर। जिलाधिकारी अंकित कुमार अग्रवाल ने वादों के निस्तारण में शिथिलता होने पर चकबंदी अधिकारियों को चेतावनी देते हुए ससमय वादों का निस्तारण सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि अधिक समय से लंबित वादों को निगाह में रखते हुए उनका निस्तारण जल्द से जल्द करना सुनिश्चित करें।
उन्होंने चंकबंदी धाराओं के अन्तर्गत लंबित वादों एवं अन्य वादों की बड़ी संख्या लंबित पाए जाने पर एसओसी चकबंदी को निर्देश दिए कि वादों के गुणवत्तापरक निस्तारण में तेजी लाएं और जिस स्तर पर भी शिथिलता बरती जाए, उस स्तर पर संबंधित की जबावदेही तय करते हुए मामलों के निस्तारण में तेजी लायें।
जिलाधिकारी अंकित अग्रवाल कलेक्ट्रेट स्थित महात्मा विदुर सभागार में चकबंदी कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए निर्देश दे रहे थे। उन्होंने एसओसी चकबंदी को निर्देश दिए कि कस्बा हल्दौर, झालू एवं बिजनौर तीनो कस्बों के अन्तर्गत चकबंदी के कार्यों एवं वादों को सही से सम्पादित कराएं। साथ ही उन्होंने निर्देश दिए कि उक्त के अन्तर्गत ग्रामवार एसीओ का कार्य विभाजन कर चकबंदी की प्रक्रिया को सही प्रकार से करना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने स्पष्ट करते हुए कहा कि धारा 52 का प्रस्ताव बिना जांच किये न जाने पाए। उन्होंने सभी को निर्देश दिए कि चकबंदी से संबंधित किसी भी स्तर पर लापरवाही न करें अन्यथा संबंधित के प्रति कार्यवाही अमल में लायी जायेगी। उन्होंने निर्देश दिए कि कार्यों में स्पष्टता लाएं एवं कार्य को गंभीरता के साथ करें। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वादों के निस्तारण को प्राथमिकता दें और निश्चित दायरे के अंतर्गत वादों का निस्तारण करना सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी पूर्ण बोरा, अपर जिलाधिकारी न्यायिक वान्या सिंह, एसओसी चकबंदी सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।