संवाददाता बढ़ती गर्मी के बीच राजधानी दिल्ली में होने वाली आग लगने की घटनाओं पर फायरकर्मी कैसे काबू पाते हैं। बड़ी आग पर देश और विदेश की बनी गाड़ियों का कैसे इस्तेमाल करते हैं। साथ ही रोबोट का प्रयोग आजकल किस तरीके से अत्याधुनिक तरीके से किया जा रहा है। इन सभी तमाम तरह की जानकारी का जायजा लेने दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना दिल्ली फायर सर्विस के रोहिणी ट्रेनिंग सेंटर पर पहुंचे। यहां पर उन्होंने काफी देर रुककर एक-एक गाड़ियों के बारे में विस्तृत जानकारी लिया। गाड़ियां किस तरीके से मौके पर काम करती है, इसका भी बारीकी से पता लिया।
इस दौरान दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव ( गृह दिल्ली सरकार ) अश्वनी कुमार, फायर डायरेक्टर अतुल गर्ग, चीफ फायर ऑफिसर वीरेंद्र सिंह, डिप्टी चीफ फायर ऑफिसर डॉ. संजय तोमर, ए.के. मलिक, एस के दुआ, एम.के चट्टोपाध्याय, डिविजनल ऑफीसर वी. के दुग्गल, असिस्टेंट डिविजनल ऑफीसर सोमवीर सिंह, मनीष कुमार, अजय कुमार शर्मा,
भूपेंद्र प्रकाश, रविनाथ, स्टेशन ऑफिसर विशाल हरित, नवीन ठाकरान सहित काफी संख्या में फायर ऑफिसर मौजूद रहे।
उपराज्यपाल ने ब्रांटो स्काई लिफ्ट गाड़ी की लिफ्ट में सवार होकर तकरीबन 30 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचकर भी जायजा लिया की गाड़ियों का इस्तेमाल किस तरीके से हाईराइज बिल्डिंग में लगी आग पर काबू पाने में इस्तेमाल किया जाता है। उपराज्यपाल गुरुवार शाम रोहिणी में स्थित दिल्ली फायर सर्विस के ट्रेनिंग सेंटर पहुंचे थे। यहां पर सबसे पहले उनका फायर ऑफीसरों ने उनका स्वागत किया। उसके बाद उन्होंने ग्राउंड में मंच से फायर कर्मियों की सलामी ली और फिर शहीद फायरकर्मियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उसके बाद फिर फायर कर्मियों की टीम के साथ मिलकर पूरे ग्राउंड में घूमकर सभी गाड़ियों का एक-एक करके जायजा लिया।