ललितपुर- जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर रजि के प्रमुख सदस्य और जनकल्याण समिति ललितपुर रजि के अध्यक्ष चन्दन सिंह अहिरवार ने अपनी बेटी के जन्मदिन पर किया 26वीं बार रक्तदान कुमारी आशी कोरी ने अपने जन्मदिन पर किया पहली बार और समिति के वरिष्ठ सक्रिय सदस्य कन्हैया लाल रजक के छोटे सुपुत्र देवेंद्र प्रताप उर्फ करन ने किया दूसरी बार रक्तदान को महादान कहा गया है। हम अपना रक्तदान करके किसी का अमूल्य जीवन बचा सकते हैं। रक्तदान करना जनकल्याण का कार्य है। क्योंकि हमारे द्वारा दान किया गया रक्त किसी के प्राणों की रक्षा करता है। अत रक्तदान को सभी प्रकार के दानों में श्रेष्ठ माना जाता है। इसी क्रम में जय अम्बे रक्तदान समिति, ललितपुर रजि द्वारा तीन अलग अलग जरूरतमंदों को ब्लड उपलब्ध कराया गया। एवं जनकल्याण के लिए समाज में एक संदेश दिया की जरूरत पड़ने पर हम सभी रक्तदान अवश्य करें जिससे कि उन्हें नया जीवन मिल सके हमारे द्वारा किए गए रक्तदान का कोई मोल नहीं होता है जब भी आवश्यकता पड़े तो रक्तदान अवश्य करना चाहिए। समिति के सदस्यों को जानकारी मिली कि तीन जरूरतमंदों को ब्लड की आवश्यकता है जिनकी प्लेटलेट्स काफी कम थी डॉक्टर ने इन्हें तुरंत फ्रेश ब्लड के लिए कहा लेकिन परिवारजनों में किसी का भी मरीज के ब्लड से नहीं मिला जिससे वह काफी चिंतित हो रहे थे जब इनकी जानकारी समिति के सदस्यों को हुई तो उन्होंने मरीजों के लिए ब्लड की व्यवस्था कराई और मानवता की मिसाल पेश की। रक्तदान करने के बाद रक्तदाताओं ने कहा कि आज मुझे बहुत खुशी महसूस हो रही है कि मेरा खून किसी जरूरतमंद के लिए काम आ रहा है जिससे कि उसकी जान बच सकती है और कहा की रक्तदान करना बहुत ही फायदेमंद होता है। रक्तदान करने से हमारा शरीर स्वस्थ रहता है हमारे शरीर में नया खून बनता है और रक्तदान करने से हमें किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आती है। इसलिए जब भी मौका मिले रक्तदान अवश्य करें। इस मौके पर जय अम्बे रक्तदान समिति ललितपुर (रजि.) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश व्यापार मंडल के युवा नगर अध्यक्ष दीपक राठौर, कन्हैयालाल रजक, बलराम राज, अनिल पंथ, नाहर सिंह, भानू प्रताप आदि मौजूद रहे।