शिकारपुर। मुक़द्दस माह रमजान मैं अल्लाह की इबादत और रोजे रखने के साथ हुई रोजेदारों के लिए सेहत का ख्याल रखना भी जरूरी है। रमजान के महीने में मधुमेह और ब्लड प्रेशर के रोगियों को खास तौर पर सावधानी बरतने की जरूरत है। खानपान में जरा सी लापरवाही के कारण मधुमेह से पीड़ित लोगों को दूसरी बीमारियां घेर सकती हैं। रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर रखने के लिए शरीर को मजबूत रखना जरूरी है।सीएचसी प्रभारी शिकारपुर डॉ शशि शेखर सिंह कहते हैं कि ब्लड प्रेशर और शुगर के रोगियों को दवा का नियमित सेवन करना होता है। इसलिए उन्हें खास तौर पर एहतियात बरतनी चाहिए। मधुमेह रोगियों के लिए सहरी करना बहुत जरूरी है। सहरी में मल्टीग्रेन धनिया फल और ग्रीन सलाद का इस्तेमाल अधिक करना चाहिए।साथ ही मधुमेह रोगी डॉक्टर की सलाह दी है ब्लड प्रेशर के रोगी को रोजा इफ्तार में खाने वाली चीजों में नमक का प्रयोग काम करना चाहिए। वहीं दूसरी ओर माह ए रमजान मैं नियम से रोजेदार रोजा रख रहे हैं। रोजाना सुबह सहरी और शाम को इफ्तार चल रहा है। पूरा दिन भूखे रहकर रोजेदार रोजा रख रहे हैं। दूसरी ओर जैसे-जैसे ईद का समय नजदीक आता जा रहा है इसकी तैयारी भी शुरू होने लगी हैं। इसके लिए रोजेदार बाजार में नए कपड़े और अन्य सामान खरीदने पहुंच रहे हैं। इसके साथ ही बाजार भी गुलजार होने लगे हैं। खरीदारों की बाजारों में भीड़ बढ़ती जा रही है।
यले आहार रोजा इफ्तार मैं मठठा रेशु युक्त फल और जूस का सेवन करें। हरी सब्जियों का सलाद सेहत के लिए बेहतर। दलीय दूध और पौष्टिक आहार का सेवन।
फूला चना फल सब्जियों का सलाद बादाम और अखरोट आदि का सेवन कर सकते हैं। सबसे अधिक फायदेमंद है, खजूर इससे शरीर को तेजी के साथ ऊर्जा मिलती है। नियमित व्यायाम के साथ खान-पान पर नियंत्रण जरूरी।
मधुमेह के साथ ही अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज को तला भुना खाने से परहेज करना चाहिए।