रायबरेली देवता दीन निवास उदई ग्राम पुरवा मजरे कैर तहसील व थाना महराजगंज नेआरोप लगाते हुए बताया कि प्रशासन की मिली भगत और ग्राम प्रधान के सहयोग से मेरी पुस्तैनी नांद को प्रशासन द्वारा गिरा दिया गया है वही जब हम लोगों ने इस पर रोक लगाया तो मुझको घसीट कर गाड़ी में बैठा दिया गया और मेरे लड़के को कमरे में बंद कर दिया गया और मेरी पत्नी को भी महिला पुलिस कर्मियों द्वारा अभद्रता की गई है विपक्षियों ने लेखपाल कानून गो व पुलिस प्रशासन सहित ग्राम प्रधान की मिली भगत से हम सबके ऊपर जमकर अत्याचार किया और मेरी पुश्तैनी जहां मैं जानवरों को चारा खिलाता था उसको तोड़ डाला जब हम लोगों ने रोक लगाया तो प्रशासन ने मेरे ऊपर ही जबरदस्ती किया और मुझे और मेरी पत्नी को थाने में बैठा कर रखा गया यह कहां का न्याय है ना मुझे कोई नोटिस दी गई ना ही किसी प्रकार की सूचना दी गई और एकाएक जाकर प्रशासन ने मेरे ऊपर कार्रवाई कर दी वहीं प्रशासन की इस कार्रवाई में ग्राम प्रधान भी शामिल है और उनके इशारे पर हम लोगों के ऊपर जमकर अत्याचार किया गया देवतादीन बताया कि मेरी उम्र 80 और 90 के बीच में है मैं उन लोगों से नहीं लड़ सकता मैंने मुख्यमंत्री पोर्टल पर भी शिकायत की है लेकिन अभी तक मेरी सुनवाई नहीं हो रही है जबकि यह सरकार न्याय देने में सबसे आगे है फिर भी मुझे न्याय नहीं मिल रहा वहीं उनकी पत्नी रामली ने भी बताया कि प्रशासन और पुलिस की मिली भगत और ग्राम प्रधान के सहयोग से मेरी नाद को गिरा दिया गया और मेरे परिवार के ऊपर जमकर अत्याचार किया गया