
बहराइच l विश्व टीकाकरण सप्ताह के अवसर पर जनपद में 24 अप्रैल से 10 मई तक चलाए जा रहे विशेष टीडी (टेटनस-डिफ्थीरिया) टीकाकरण अभियान की शुरुआत हुई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. संजय शर्मा ने गुरुवार को महराज सिंह इंटर कॉलेज में इस अभियान का उद्घाटन किया। इसका उद्देश्य 10 से 16 वर्ष की आयु के सभी बच्चों को इन जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करना है।इस अवसर पर सीएमओ ने कहा, “यह टीका केवल एक सूई नहीं, बल्कि बच्चों के बेहतर और सुरक्षित भविष्य की नींव है।” उन्होंने कहा कि टेटनस और डिफ्थीरिया दोनों बीमारियाँ बेहद खतरनाक होती हैं—टेटनस में मांसपेशियाँ इतनी सख्त हो जाती हैं कि मुँह तक नहीं खुलता और इलाज में देर हो तो जान भी जा सकती है। वहीं डिफ्थीरिया गले में झिल्ली बना देती है, जिससे सांस लेना मुश्किल हो जाता है और जान का खतरा उत्पन्न हो जाता है। टीडी टीका इन घातक बीमारियों से सुरक्षा देता है और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कोई भी बच्चा इससे वंचित न रहे।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. एस.के. सिंह ने बताया कि यह अभियान 10 मई तक जिले के 2736 स्कूलों, मदरसों और निजी शिक्षण संस्थानों में संचालित किया जाएगा। इसमें 70 हज़ार से अधिक बच्चों को टीका लगाए जाने का लक्ष्य है। सोमवार, मंगलवार, गुरुवार और शुक्रवार को चलने वाले इस अभियान के तहत स्कूल न जाने वाले और पहले टीकाकरण से छूट गए बच्चों की पहचान आशा और एएनएम कार्यकर्ताओं की मदद से की जाएगी। इसके अलावा स्कूलों के प्रधानाचार्यों को नामित नोडल बनाकर बच्चों की सूची तैयार करने और टीकाकरण टीमों को आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराने का जिम्मा भी तय कर दिया गया है।उन्होंने बताया इस दौरान हर बच्चे की एंट्री यू-विन पोर्टल पर की जाएगी ताकि कोई भी बच्चा छूट न जाए और सटीक रिपोर्टिंग बनी रहे। बाद में अभिभावक दर्ज किए गए अपने मोबाइल नंबर के ज़रिए यू-विन पोर्टल से अपने बच्चे का टीकाकरण प्रमाणपत्र ऑनलाइन प्राप्त कर सकेंगे।
इस अवसर पर अर्बन नोडल डॉ. पी.के. वर्मा, डब्लूएचओ एसएमओ डॉ. विपिन लिखोरे, महाराज सिंह इन्टर कालेज के प्रिंसिपल संतोष चंद्र शुक्ल, यूनिसेफ डीएमसी दिलीप मिश्रा, एआरओ मुशर्रफ सिद्दीकी, विद्यालय के शिक्षक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। जिलाधिकारी की अपील -जिलाधिकारी मोनिका रानी ने भी अभिभावकों और समुदाय से अपील करते हुए कहा-“टीडी टीकाकरण सिर्फ एक अभियान नहीं, बल्कि समाज के हर तबके की भागीदारी से सुरक्षित बचपन की ओर उठाया गया मजबूत कदम है। एक सुई की चुभन, भविष्य के लिए सुरक्षा की ढाल बन सकती है। तो आइए, आगे बढ़ें — हर बच्चे को दें टीके की सुरक्षा और उज्ज्वल कल की गारंटी।”