नानपारा/बहराइच l दीपावली के अवसर पर पौराणिक शिवालय बाग शिवमंदिर (नानपारा) परिसरमें विभिन्न सामाजिक धार्मिक, राष्ट्रवादी संगठन व मन्दिर प्रबंधन की ओर से नशा उन्मूलन पर्यावरण संरक्षण चौपाल का आयोजन कर मंदिर में दीप प्रज्वलन कर नशामुक्त, पर्यावरण-युक्त समाज बनाने का सामूहिक संकल्प लिया गया।
शिवालय बाग शिव मंदिर प्रबंधन की ओर से आयोजित नशा मुक्त – पर्यावरण युक्त चौपाल को संबोधित करते हए उप-जिलाधिकारी नानपारा अश्विनी पाण्डेय ने कहा कि स्वस्थ घर परिवार एवं समाज के लिए नशामुक्त वातावरण का सृजन परम आवश्यक है, सभी लोगों का दायित्व बनता है कि नशामुक्त समाज बनाने में हम सब अपना प्रभावी योगदान दे तथा जगह जगह वृक्षा रोपण कर उनका संरक्षण करें ताकि पर्यावरण मानवानुकूल बना रह सके।
क्षेत्राधिकारी नानपारा प्रद्युम्न सिंह ने कहा कि नशा मानव जीवन एवं समाज का सत्रु है नशामुक्त समाज बनाए रखने के लिए पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। नशामुक्त समाज बनाने के लिए आवश्यक है कि जन-जागरण अभियान चलाकर लोगों को नशा से होने वाले कुप्रभावों से सचेत करें और वृक्षारोपण महाअभियान में हर संभव सहयोग करें।चौपाल आयोजक संजीव श्रीवास्तव एडवोकेट अध्यक्ष महामना मालवीय मिशन ने बताया कि विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों के सहयोग से नशा उन्मूलन व पर्यावरण संरक्षण का प्रभावी जन जागरण अभियान चलाया जा रहा है तथा जगह जगह पंचवटी प्रजाति के वृक्षों का रोपण कर “विष मुक्त खेती नशामुक्त गांव अभियान चलाया जा रहा ।
संघ विचारक स्वामी नाथ जी ने चौपाल में उपस्थित लोगों का आवाहन किया कि सब लोग मिलकर सनातन समाज मे फैले कुरीतियों को दूर करने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें तथा नशामुक्त व भयमुक्त समाज बनाने में प्रभावी सहभाग भी करें।
कार्यक्रम का संचालन वरिष्ठ समाजसेवी किसान परिषद संयोजक केशव पाण्डेय ने किया ।
आयोजित चौपाल में प्रमुख रूप से तहसीलदार अजय कुमार यादव, नायाब तहसीलदार हर्षित पाण्डेय, नायाब तहसीलदार शैलेश वर्मा, संघ विचारक अशोक त्रिपाठी, समाजसेवी सरदार नरेन्द्र सिंह, सरदार जसबीर सिंह, किसान नेता सुखविंदर सिंह, दीपक श्रीवास्तव, समाजसेवी देवेंद्र वर्मा, रूल ऑफ लॉ सोसायटी संयोजक डी० पी० श्रीवास्तव एडवोकेट, समाजसेवी निर्भय श्रीवास्तव समेत गायत्री परिजन, आर्य समाज, जय गुरुदेव परिवार, कबीरपंथी, संघ परिवार के सदस्य, सामजसेवी सीबी वर्मा, पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।