उरई। राजकीय मेडिकल कॉलेज उरई में फैली अव्यवस्थाओं और संज्ञानित शिकायतों का प्रभावी तौर पर निस्तारण किया जायेगा। उक्त आत नवागन्तुक प्राचार्य डॉ० अरविन्द त्रिवेदी ने कॉन्फ्रेंस हॉल में पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
प्राचार्य डॉ अरविन्द त्रिवेदी ने कहा कि राजकीय मेडिकल कॉलेज उरई में मरीजों का विश्वास जीतना उनका लक्ष्य है। उन्होंने स्पष्ट किया कि जो भी शिकायतें या समस्यायें उनके संज्ञान में आयेगीं उसका त्वरित निस्तारण करने की प्राथमिकता रहेगी। साथ ही मेडिकल कॉलेज के ब्लड बैंक में अक्सर सामने आती शिकायतों के एक प्रश्न के जवाब में प्राचार्य डॉ० त्रिवेदी ने कहा कि पारदर्शी तरीके से ब्लड बैंक में व्यवस्थाओं का संचालन हो इसके लिये जो भी हो सकेगा वह पूरा प्रयास करेगें। इसके अलावा हड्डी रोग विभाग के जिम्मेदारों द्वारा मनमानी तरीके से ऑपरेशन के नाम पर होती अवैध वसूली के प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि उन्होंने आते ही इस दिशा में काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने कहा कि वह ऐसी व्यवस्था बनाने जा रहे हैं कि जिससे छोटे छोटे उपकरण की व्यवस्था राजकीय मेडिकल कॉलेज उरई में ही हो। मरीजों से मंगाने की जरूरत न पड़े। उन्होंने कहा कि अगर जो सामान मेडिकल कॉलेज में उपलब्ध नहीं है तो उसकी बाकायदा कंपनी रसीद मरीज को उपलब्ध करायी जायेगी। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज में अल्ट्रासाउण्ड व्यवस्था न होने पर उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था उनके लिये भी बहुत बड़ा चेलेन्ज है लेकिन उसके लिए भी पूरा प्रयास किया जायेगा। जिससे मरीजों को अल्ट्रासाउण्ड करवाने में कोई परेशानी न हो।
फैकल्टी की मनमानी एवं बायोमेट्रिक हाजरी पर भी उन्होंने सख्त रुख अख्तियार करने पर जोर देते हुए कहा कि अब किसी भी दशा में डॉक्टरों की मनमानी नहीं चलेगी। और कौन किस समय आ रहा, जा रहा इस पर निगाह रखी जायेगी। उन्होने कहा कि मेडिकल कॉलेज में पीजी डॉक्टर्स की व्यवस्था के लिये वह प्रयास करेगें। और अगले साल एनएमसी के निरीक्षण को देखते हुए भी आवश्यक तैयारियां करेगें। प्राचार्य डॉ० अरविन्द त्रिवेदी ने साफ किया कि गलत या नियम विपरीत कार्य करने की किसी को अनुमति नहीं होगी। बाहर की दवाओं को अगर लिखा जाता है तो लिखने वाले को इसका वाजिब जवाब भी देना होगा। अन्यथा वह कार्यवाही से नहीं हिचकेगें। उन्होंने कहा कि मीडिया बात पहुंचाने एवं लाने का एक सशक्त माध्यम होता है इसलिये अगर कोई खामियां नजर आयें तो उनको अवगत कराया जाये। और कोई खबर का प्रकाशन हो तो जिम्मेदार का पक्ष लेकर किया जाये। इस मौके पर सीएमएस डॉ० प्रशान्त निरंजन, डॉ० शैलेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ० जितेन्द्र मिश्रा, डॉ० संजीव गुप्ता मौजूद रहे।