जरवल/बहराइच। 24 अप्रैल से 26 अप्रैल तक लगने वाले जरवल के बाबा अहमद शाह के तीन दिवसीय उर्स मे 25 अप्रैल को एक झूला टूटा और दर्जनों लोग हादसे के शिकार भी हुए जिसको लेकर झूला मालिक समेत एक अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा भी जरवल रोड थाने मे दर्ज हो गया। बताते चले
तकरीबन 80 वर्षो से जरवल के बाबा अहमद शाह का तीन दिवसीय सालाना उर्स यहां लगता आ रहा है पर बीते पांच वर्षो से कभी फिरकी कभी अश्लील डांस जुआ आदि खेलवाने के नाम पर तो कभी झूला लगवाने के नाम पर डंका के चोट पर रंगदारी वसूली जाती है। जबकि कमेटी के लोगो से इस मामले मे कोई लेना देना नही रहता l रंगदारी आखिर वसूलता कौन है ? कस्बे का हर खासो आम की जुबान पर तो है ही इलाकाई पुलिस भी रंगदारी वसूलने वालो को बखूबी जानती है पर पुलिस के कमाऊ पूत के पैसे के आगे पुलिस भी खामोश रहती है। बताते चले वसीम पुत्र नसीम निवासी बसहिया पाते थाना जरवल रोड 25/26 अप्रैल की रात्रि को अपने बच्चो संघ जरवल के बाबा अहमद शाह के उर्स मेंले मे गया था जहां पर लगे मेले को देख उसकी 16 वर्षीय पुत्री सूफिया झूला झूलने लगी तभी झूला टूट गया। जिसमे उसकी बेटी को गम्भीर चोटे आई उपचार हेतू सीएचसी मुस्तफाबाद ले गया हालत गंभीर होने पर मेडिकल कालेज रेफर किया गया। उक्त प्रकरण को लेकर जरवल रोड थाने मे झूला मालिक जाकिर पुत्र फकीरे निवासी साई साठा थाना कैसरगंज के विरुद्ध धारा 287,337,338 का मुकदमा पंजीकृत हो गया।
पुलिस सब जानती है मास्टर माइंड अज्ञात है कौन ?
जरवल। आस्था पे चोट देने वाला आखिर इसका मास्टर माइंड है कौन ? पर सच पूंछा जाए तो इलाकाई पुलिस इस मास्टर माइंड की करतूत को वे भली भांति जानते है पर उस मास्टर माइंड को कमाऊ पूत समझ कर उसकी हरकतों को नजर अंदाज ही करते रहते है। जानकारों की माने तो यहां की पुलिस उसके इशारे पर ही कदमताल करती है जो पुलिस की छवि कम खराब नही करती हालाकि कुछ दिनों पूर्व जरवल के दो दरोगा, दीवान तथा सिपाहियो को इसी तरह दागदार होने पर जिले की कप्तान लाइन हाजिर भी कर चुकी है l फिर भी कुछ दागदार सिपाही आज भी उस मास्टर माइंड के इशारे पर नाच रहे है जिससे कस्बे की शांति व्यवस्था भी प्रभावित हो सकती है।