
गाजियाबाद ने बी.डी.एस चतुर्थ वर्ष के विद्यार्थियों के लिए बेसिक इंप्लांटोलॉजी कोर्स के पहले मॉड्यूल का आयोजन सफलतापूर्वक 8 एवं 9 सितंबर, 2025 को किया गया। यह कोर्स सी.डब्ल्यू.एम. इम्प्लांट्स, साउथ कोरिया के सहयोग से संचालित हुआ। इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम में कुल 100 प्रतिभागियों ने भाग लिया। यह कार्यक्रम आई.टी.एस-द एजुकेशन ग्रुप के वाईस चेयरमैन, श्री अर्पित चड्ढा के सहयोग से आयोजित किया गया जिसका उद्देश्य प्रतिभागियों को बेसिक इंप्लांटोलॉजी में नवीनतम क्लीनिकल तकनीकों से परिचित कराना था, ताकि वे मरीजों के मिसिंग दांतों को इम्प्लांट्स के जरिए लगाया जा सके और मरीजों को समग्र उपचार प्रदान कर सकें। इस पाठ्यक्रम के गेस्ट स्पीकर प्रसिद्ध ओरल इम्प्लांटोलॉजिस्ट डॉ रवि बत्रा थे, जिन्हें ओरल इंप्लांटोलॉजी के क्षेत्र में व्यापक ज्ञान प्राप्त है और वह नियमित रूप से इस तरह के कोर्स संचालित कर रहे है। कार्यक्रम के दौरान डॉ बत्रा ने सभी प्रतिभागियों को बेसिक इम्प्लांटोलॉजी के उपचार की प्रक्रियाओं के बारे में पूर्ण रूप से जानकारी प्रदान की, जिसमें निदान और उपचार योजना, हड्डी की बनावट, ऑस्सीओइंटेग्रेशन, इम्प्लांट के सूक्ष्म और मैक्रो डिज़ाइन और स्यूचरिंग, ड्रिलिंग प्रोटोकॉल, मॉडल्स पर इम्प्लांट प्लेसमेंट, हैंड्स-ऑन शामिल थे। डॉ बत्रा ने सभी प्रतिभागियों को व्यापक रूप से इम्प्लांट किट के परिचय के साथ-साथ सर्जिकल प्रोटोकॉल और सही इम्प्लांट सिस्टम चुनने के बारे में ज्ञान दिया। इसके अतिरिक्त उन्होंने सभी प्रतिभागियों के लिए सी.डब्ल्यू.एम. इम्प्लांट किट का उपयोग करके डमी मंडीबल्स पर ऑस्टियो टॉमी हैंड्स ऑन एवं मरीज पर इम्प्लांट प्लेसमेंट करके एक लाइव डेमोंस्ट्रेशन किया। यह कोर्स डॉ गीता शर्मा, प्रोफेसर, ओरल एंड मैक्सिलोफेशियल सर्जरी विभाग के संचालन में आयोजित किया गया, जिसमें अन्य दंत विभागों की फैकल्टी सदस्यों ने भी लेक्चर प्रस्तुत किये। इस कार्यक्रम के माध्यम से सभी प्रतिभागियों को बेसिक इंप्लांटोलॉजी के बारे में नीवनतम ज्ञान प्राप्त हुआ जिसके लिये सभी ने आई.टी.एस-द एजुकेशन ग्रुप के चेयरमैन, डॉ. आर.पी. चड्ढा तथा वाईस चेयरमैन, श्री अर्पित चड्ढा को धन्यवाद दिया।