गाजियाबाद स्थित सुंदर दीप इंजीनियरिंग कॉलेज में एक सफल तकनीकी संचार कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य छात्रों को तकनीकी सामग्री को सरल और स्पष्ट रूप से प्रस्तुत करने के लिए कौशल प्रदान करना था। कार्यशाला का उद्घाटन वाइस चांसलर प्रो डॉ प्रसन्नजीत कुमार द्वारा किया गया, जिन्होंने बताया कि आज के डिजिटल युग में,किसी भी उत्पाद या सेवा को प्रभावी रूप से पेश करने के लिए तकनीकी संचार का सही तरीके से किया जाना बेहद महत्वपूर्ण है। यह न केवल उपयोगकर्ता के अनुभव को बेहतर बनाता है, बल्कि संगठन की उत्पादकता में भी वृद्धि करता है।तरीकों, जैसे कि ग्राफिक्स, वीडियो, और अन्य दृश्यात्मक सामग्री का उपयोग कैसे किया जा सकता है।इसके बाद, पेशेवर ट्रेनर श्रीमान ऋषिपाल गुप्ता, जो इस क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं, ने छात्रों को तकनीकी संचार की विभिन्न सामग्रियों जैसे कि तकनीकी दस्तावेज तैयार करना, सॉफ्टवेयर यूजर मैनुअल लिखना, ऑनलाइन मदद सामग्री( help documentation) तैयार करना, और अन्य पेशेवर दस्तावेजों की रचनात्मकता और उपयोगिता पर ध्यान केंद्रित के बारे में बताया। छात्रों ने कार्यशाला में सक्रिय रूप से भाग लिया और विभिन्न तकनीकी उपकरणों जैसे कि इंफोग्राफिक्स, वार्ड प्रोसेसिंग टूल्स और कंटेंट मैनेजमेंट सिस्टम (CMS) का उपयोग करने का प्रशिक्षण दिया।इसके अलावा, व्यवसायिक पत्राचार, प्रेजेंटेशन स्किल्स और टीम के साथ सहयोग से संबंधित महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए।
छात्रों ने कार्यशाला के दौरान अपने विचार साझा किए और विशेषज्ञों से सवाल पूछे। इस कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य छात्रों को तकनीकी संचार की आज के समय में कौशल और उपयोगिता के महत्व को समझना था, जिससे कि तकनीकी युग के भविष्य में सभी संबंधित लोग इस क्षेत्र में अपनी दक्षता और प्रभावशीलता को और बड़ा सके।
इस कार्यशाला के सफल आयोजन के लिए डायरेक्टर एसडीइसी प्रो. (डॉ) संदीप गुप्ता जी ने,बीसीए विभागाध्यक्ष योगिता कौशिक, कंप्यूटर साइंस विभागाध्यक्ष डॉ राम मिलन, गौरव शर्मा, डॉ गवेन्द्र सिंह, वन्दना शर्मा, पायल गोयल,आकाश पुंडीर, अंकित कुमार, ललतेश कुमारी, केशव शर्मा, कपिल सिंघल को धन्यवाद दिया गया और छात्रों को आगे भी इस प्रकार के कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया गया।