फखरपुर/बहराइच l विकास खण्ड कैसरगंज के ग्राम कहरई में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के दूसरे दिन गुरुवार को कथा व्यास सरिता यादव शास्त्री ने सृष्टि की रचना के प्रसंग का वर्णन किया। उन्होने कहा कि पृथ्वी को पाताल लोक से लाने के लिए श्री हरि विष्णु ने वराह अवतार लिया। इसे सुन श्रद्धालु भाव विह्वल हो गए। कथा वाचक ने कहा कि सबसे पहले भगवान श्री हरि विष्णु की नाभि से कमल के फूल पर बैठे ब्रह्मा जी की उत्पत्ति हुई और भगवान श्री हरि विष्णु के आदेश के अनुसार ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की। उन्होंने मनु और सतरूपा की उत्पत्ति की। मनु और सतरूपा से पांच संतानें दो पुत्र और तीन कन्या हुईं। इसके बाद कहा कि एक दैत्य पृथ्वी को पातालपुरी ले गया और पृथ्वी को वापस लाने के लिए भगवान श्री हरि विष्णु ने वराह अवतार लिया। कथा वाचक शास्त्री सरिता यादव ने श्रीमद् भागवत कथा के दौरान युवाओं को माता-पिता की सेवा के लिए प्रेरित किया। उन्होने माता-पिता का अपने पुत्र के प्रति त्याग एवं समर्पण को दर्शाया। कथा के दौरान कथा व्यास सरिता यादव शास्त्री द्वारा सुंदर भजनों की प्रस्तुति दी गई, जिसे सुन कर श्रद्धालु झुम उठे भक्त रसपान में मुख्य यजमान प्रेमराज यादव ग्राम प्रधान सुरेश यादव , धर्मराज कोटेदार , रामबहादुर यादव , केशवराम , परशुराम, लालविक्रम यादव , सन्तोष कुमार , श्रीकान्त, उमाप्रसाद , रमेश यादव, बुधई , रत्तीपाल , लालजी , प्रेम प्रकाश, रामसिंह , विजय कुमार सहित भारी संख्या में क्षेत्रवासी मौजूद रहे ।