बलरामपुर । हनुमानगढ़ी मंदिर वीर विनय चौराहे पर 22 फरवरी से श्रीमद्भागवत कथा वृन्दावन कथा वाचक रोहित शास्त्री के मधुर वाणी से प्रत्येक सायंकाल आयोजन के साथ 29 फरवरी को संत सम्मेलन आयोजित किया गया। संत सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए मणिराम दास छावनी के उत्तराधिकारी, हनुमानगढ़ी मंदिर के महंन्थ कमलनयन शास्त्री ने कहा कि देश के अन्दर जनसंख्या विस्फोट चिन्ता जनक है ।पहले भी संख्या आधार पर विभाजन की विभीषिका भारत झेल चुकी है अगर जागरुकता का अभाव रहा तो वो दिन दूर नहीं जब फिर भारत में हिस्सेदारी की मांग उठेगी।राम मंदिर अपने भव्य दिव्य स्वरूप में स्थापित हुआ।कृष्ण जन्मभूमि भी अपने भव्य दिव्य स्वरुप को प्राप्त करेगा। कालान्तर में भगवान विश्वनाथ की प्रतिष्ठा भी तदनुरूप होगी। सीमाओं पर राष्ट्र विरोधी शक्तियों की गतिविधियां चिंताजनक है। सामाजिक और राजनीतिक एवं प्रशासनिक सक्रियता बढ़ाने की आवश्यकता है। इस अवसर पर महेन्द्र दास के संयोजन में अयोध्या हनुमानगढ़ी गौरी शंकर दास,दाडिया मंदिर गिरीश दास,गुप्तार घाट विमल कृष्ण दास,लक्ष्मण किलाधीश,मानिस दास,भगवान दास,अंजनी शरण,विरेन्द्र दास,शरद शर्मा मीडिया प्रभारी विहिप,दीपक शास्त्री,मुन्ना शास्त्री,विशाल शास्त्री ने विचार व्यक्त किया।