कालपी। नगर की पांच दशक पुरानी परंपरा के तहत 17 अप्रैल को नगर के प्राचीन द्वारिकाधीश रामजानकी मन्दिर से भव्य राम शोभायात्रा निकाले जाने को लेकर विश्व हिन्दू परिषद द्वारा अन्तिम रूप दिया जा रहा है। वहीं प्रशासन ने भी सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किये गये है।
बुन्देलखण्ड के प्रवेश द्वार कालपी में रामनवमी की शोभायात्रा कई दशकों पुरानी परम्परा है तथा पूरे जनपद की इकलौती शोभायात्रा निकलती थी तथा समूचे जनपद के हिन्दू संगठन के अलावा भाजपा के नेता शामिल होते थे पर अब ऐसा नहीं है जनपद के कई शहरों में भी राम शोभा यात्रा निकलने लगी है। सन 1989 में श्रीराम शोभायात्रा के दौरान नगर में राम बारात पर हुये हमले के बाद यह शोभा यात्रा निकलना बन्द हो गयी थी जिसे 13 वर्ष बाद सन 2002 में भाजपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव जीते डॉक्टर अरुण मेहरोत्रा ने सपा के शासन काल में यह बन्द पडी रामनवमी की शोभायात्रा की परम्परा शुरू कराई थी जो आज भी नगर में निकाली जाती है तथा इस जिम्मेदारी का दायित्व विश्व हिन्दू परिषद के नगर अध्यक्ष आचार्य मनीष पाण्डेय, दीपक शर्मा, अरविन्द सोनी, सुबोध द्विवेदी, सुनील पटवा समेत बड़ी संख्या में लोग तैयारियों में जुटे है। 17 अप्रैल को टरननगंज स्थित द्वारिकाधीश श्री रामजानकी मंदिर में सुबह सुन्दरकाण्ड के साथ 12 बजे मन्दिर के पुजारी राम प्रकाश तिवारी द्वारा राम जन्म के साथ प्रसाद वितरण के बाद केसरिया पताका के साथ भव्य शोभायात्रा नगर में निकाली जायेगी तथा शोभायात्रा मे ढोल, नगाड़ा, डीजे, राम दरबार सहित तमाम झांकियां, हाथी, घोड़ा, बहुरूपिया आदि मुख्य आकर्षण का केन्द्र होगे तथा जगह-जगह शोभायात्रा का भव्य स्वागत होगा तथा देर शाम पाहुलाल देवालय में पूर्व भाजपा विधायक डॉक्टर अरुण मेहरोत्रा द्वारा आरती पूजन के साथ समापन किया जायेगा। वही शोभायात्रा को लेकर स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये है कोतवाली प्रभारी निरीक्षक कामता प्रसाद के मुताबिक जुलूस अपने पूर्व के तय मार्ग से निकलेगा तथा किसी भी प्रकार का अस्त्र शस्त्र पर प्रतिबन्धित है तथा अराजकतत्वों की कड़ी निगरानी के साथ सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये है।