महोबा। जनपद के बघवा कबरई निवासी प्रतिभा तिवारी को बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी के संस्कृत शोध पीठ ने पीएचडी (डॉक्टरेट ऑफ फिलासफी) की उपाधि प्रदान की है। उन्होंने अपना शोध कार्य ,”वर्तमान समस्या के समाधान में आर्ष महाकाव्य रामायण में प्रतिपादित मानवीय मूल्यों की प्रासंगिकता” विषय में पूर्ण किया यह शोध कार्य उन्होंने निदेशक, संस्कृत शोध पीठ बी यू झांसी प्रोफेसर बी बी त्रिपाठी के निर्देशन में पूर्ण किया। प्रोफेसर त्रिपाठी कबरई क्षेत्र के रिवई गांव के ही निवासी हैं। इनके कई रिसर्च पेपर देश तथा विदेश में प्रकाशित हो चुके हैं तथा इन्होंने रिसर्च के दौरान कई कॉन्फ्रेंस तथा सेमिनार में प्रतिभाग किया है एवं इनके द्वारा जून 2019 में प्रतिष्ठित प्रतियोगी परीक्षा नेट क्वालीफाई की जा चुकी है । इनके शोध कार्य का परीक्षण श्री लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय दिल्ली के संस्कृत विभागाध्यक्ष प्रोफेसर शिव शंकर मिश्रा एवं सागर विश्वविद्यालय के संस्कृत विभाग के प्रोफेसर डॉ नौनिहाल गौतम ने किया । वह अपनी इन उपलब्धियां का श्रेय अपने माता-पिता, सासू मां ,पुत्र, पुत्री , पति ससुराली जनों तथा वीरभूमि राजकीय महाविद्यालय के समस्त स्टाफ को देती हैं। इस शोध कार्य के लिए उन्हें स्नेही स्वजनों ,मित्रों ने बधाई दी है। इस अवसर पर कुलसचिव बुंदेलखंड विश्वविद्यालय विनय कुमार सिंह, क्षेत्रीय और शिक्षा अधिकारी झांसी चित्रकूट मंडल लेफ्टिनेंट प्रो. सुशील बाबू ,कला संकाय के डीन प्रोफेसर मुन्ना तिवारी, बुंदेलखंड महाविद्यालय झांसी संस्कृत विभाग की डॉ ज्योति वर्मा, अतर्रा महाविद्यालय अतर्रा की डॉ नम्रता अग्रवाल, वीरभूमि महाविद्यालय के डॉ संतोष पांडेय तथा डॉ संदीप सिंह प्रशासनिक अधिकारी शोध सेल बुंदेलखंड विश्वविद्यालय झांसी ने शोधकर पूर्ण होने तथा उपाधि प्राप्त होने पर शुभकामनाएं दी।