मंदिर में चोरी होने की घटनाएं कई इलाकों में होती रहती है। काफी मशक्कत के बाद कई बार मामला सीसीटीवी फुटेज की मदद से सॉल्व हो जाता है। पुलिस चोरों तक पहुंचती है और भगवान के दरबार में वारदात को अंजाम देने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचाती है, तो उनमें कितनी खुशी नजर आती है। यह देखने को मिला बीती रात पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी इलाके के हिमगिरि अपार्टमेंट में। जब स्थानीय निवासी, महिलाएं, RWA के पदाधिकारी इकट्ठा हुए। पूजा की प्रसाद बांटा और पुलिस टीम की हौसला अफजाई की।
25 नवंबर की आधी रात हुई थी यहां की मंदिर में चोरी
अपार्टमेंट के रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के प्रेसिडेंट रविकांत शर्मा ने बताया की यहां के मंदिर में 25 नवंबर की आधी रात चोरी हुई थी। चोर मंदिर के अंदर से गुल्लक ही उठाकर ले गए थे। उसमें सारा पैसा निकालकर ले गए और गुल्लक को पार्क में छोड़ दिया था। लोगों ने इसकी शिकायत पुलिस को की। लगभग 15 दिनों की मशक्कत के बाद विकासपुरी पुलिस फुटेज के आधार पर चार आरोपियों तक पहुंचने में कामयाब हो गई और मंगलवार को उन्हें पकड़ लिया। जिसमें से तीन नाबालिक निकले और एक बालिक था।
सोसायटी निवासी, महिलाएं, RWA पदाधिकारी इकट्ठा
सोसायटी के निवासी राजेश जग्गी ने बताया कि जब इसकी जानकारी सोसायटी के लोगों को मिली तो सब रात में मंदिर में इकट्ठा हुए। महिलाओं ने सामूहिक रूप से मंदिर में हनुमान जी का पाठ किया। भगवान की आराधना की और पुलिस की टीम को बुलाकर उनकी हौसला अफजाई की। अपार्टमेंट के रहने वाले लोगों ने भगवान को प्रसाद चढ़ाकर सभी को बांट करके खुशियां मनाई। स्थानीय महिला बिंदु चोपड़ा ने कहा कि उन्हें तो विश्वास ही नहीं हो रहा था कि मंदिर में चोरी करने वाले को पुलिस ने इतने कम समय में पकड़ लिया।
इंद्रा कैंप में रहने वाले चार आरोपियों के गैंग को पकड़ा
डीसीपी वेस्ट विचित्र वीर ने बताया कि चार लोगों के गैंग को विकासपुरी पुलिस ने पकड़ा है। इनमें से एक बालिक है, जिसकी पहचान विकास के रूप में हुई है। वह इंदिरा कैंप नंबर दो का रहने वाला है। बाकी उसके तीन साथी नाबालिक हैं। एसीपी सुरेंद्र सिंह राठी की देखरेख में एसएचओ राजवीर सिंह, सब इंस्पेक्टर दीपक वशिष्ठ, हेड कांस्टेबल संदीप, रबीत, मनोज, दिनेश और कांस्टेबल कर्मवीर की टीम ने सीसीटीवी फुटेज की मदद से और टेक्निकल सर्विलेंस से हुई जांच के बाद इस गैंग का खुलासा करने में कामयाबी पाई।