ऊंचाहार। रायबरेली। 15 दिन पूर्व गंगा नदी में कूदे हुए युवक का शव कौशांबी...
ऊंचाहार। रायबरेली। घर से डयूटी पर जा रहा बुलेट सवार दरोगा मवेशी से टकराकर...
गाजीपुर। जिला उद्योग बन्धु/व्यापार बन्धु की बैठक मंगलवार को राइफल क्लब सभागार में जिलाधिकारी...
बुलंदशहर.जनपद में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान चल रहा है, जिसमें स्वास्थ्य विभाग की...
बुलंदशहर.शिकारपुर कोतवाली के दो उपनिरीक्षक प्रदीप गौतम, मौहम्मद इलफान, हेड कांस्टेबल अंकित सैनी, का...
सोनभद्र। जिलासेवायोजन अधिकारी सोनभद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि, जनपद के बेरोजगार...
कोसीकलां। पवित्र श्रावण मास में देवभूमि हरिद्वार से कावड़ लाने वाले शिव भक्तों का...
मथुरा। शहर कोतवाली के कृष्णानगर में 21 जून को हुई युवक की हत्या उसके...
गाजीपुर। जनपद के गौरव सत्यदेव ग्रुप आफ कालेजेज के सीएमडी प्रसिद्ध साहित्यकार, रचनाकार प्रोफेसर...
यूसीसी के खिलाफ समर्थन जुटाने में जुटे जमीयत चीफ, बोले- खतरे में पड़ सकते हैं अल्पसंख्यकों के अधिकार
नई दिल्ली/सहारनपुर यूनिफॉर्म सिविल कोड यानी यूसीसी के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए जमीयत उलेमे-ए-हिंद प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने बैठक की है। उन्होंने दावा किया है कि समान नागरिक संहिता के कार्यान्वयन से धार्मिक विविधता, अल्पसंख्यक अधिकार और न्याय के सिद्धांत खतरे में पड़ सकते हैं। यूसीसी के खिलाफ समर्थन जुटाने के लिए जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने सांसदों, और मुस्लिम बुद्धिजीवियों के साथ बैठक की। यूसीसी पर विचार-विमर्श करने के लिए सोमवार शाम को एक सम्मेलन हुआ। जिसमें कांग्रेस से कार्ति चिदंबरम, मुहम्मद जावेद और इमरान प्रतापगढ़ी, नेशनल कॉन्फ्रेंस से हसनैन मसूदी, एलजेपी से मेहबूब अली कैसर, बीएसपी से कुंवर दानिश अली, आईयूएमएल से ईटी मुहम्मद बशीर और अब्दुस्समद समदानी सहित कई सांसद मौजूद रहे। जमीयत ने बयान जारी करते हुए कहा कि बैठक यूसीसी से संबंधित चिंताओं, विशेष रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यक और आदिवासी समुदायों के सांस्कृतिक और धार्मिक अधिकारों पर इसके संभावित प्रभाव को संबोधित करने पर केंद्रित थी।