September 22, 2024
बहराइच नेपाल सीमा से सिर्फ एक बस को भारत सरकार ने मैत्री बस के रूप में संचालित करने का परमिट दे रखा है। लेकिन परिवहन विभाग व पुलिस की मिलीभगत से करीब 15 से अधिक बसें यहां मैत्री बस सेवा के नाम पर चलाई जा रहीं हैं। रोडवेज की बस बिना यात्रियों के खाली फराटा भर रही है और रोज लाखों का नुकसान हो रहा है। एआरएम ने एआरटीओ को बीते सात जुलाई को पत्र लिखकर इस पर रोक लगाने की मांग की थी। लेकिन हुआ कुछ नहीं। नेपाल से सटा रूपईडीहा कस्बा डग्गामार वाहनों का गढ़ बनता जा रहा...
तीन दिनों से कमेड़ा में बंद ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे खोलने का काम जारी है। यहां सड़क निर्माण के लिए पहाड़ी कटिंग के लिए दोनों ओर से जेसीबी लगी है। बुधवार को बारिश के बाद भी हाईवे निर्माण का काम जारी रहा। वहीं जखेड़ गदेरे में पानी अधिक होने से एनएच की ओर से यहां पुलिया बनाने की भी तैयारी है। एनएचआईडीसीएल के डीजीएम शैलेंद्र कुमार ने कहा कि हाईवे शुक्रवार सुबह तक बहाल कर दिया जाएगा। गदेरे में ज्यादा पानी होने के कारण अभी यहां अस्थायी पुलिया बनाई जाएगी ताकि पैदल आवाजाही हो सके। देवाल- बुरकोट गदेरे में मलबा आने से लोहाजंग-वाण सड़क बंद हो गई है...
प्रतापगढ़। जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में सांख्यिकीय आंकड़ों...
शिकारपुर.(बुलंदशहर) गुरुवार माननीय दिनेश कुमार विद्रोही झांसी प्रदेश अध्यक्ष की अनुमति से माननीय वेद...
लगातार बारिश के चलते देहरादून विकासनगर के साहिया समाल्टा मोटर मार्ग पर साहिया पाटन में सड़क धंसने से होटल, प्राथमिक विद्यालय व राजकीय इंटर कालेज खतरे में की जद में आ गए। दूसरी तरफ रुक रुककर हो रही बारिश के चलते यमुनोत्री हाईवे जगह-जगह अवरुद्ध हो गया था, एन एच के मशीन ऑपरेटरो के कड़ी मशक्कत के बाद यमुनोत्री हाईवे को पांच घंटे बाद खोला जा सका, लेकिन यहां ओजरी डाबरकोट में जोखिम भरी आवाजाही हो रही है। वहीं जानकीचट्टी यमुनोत्री पैदल मार्ग पर भिडियालीगाड़ के पास विशालकाय बोल्डर आने से घोड़े खच्चरों की आवाजाही ठप हो गई है। जबकि पैदल आवाजाही जोखिम भरी है। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश के बाद कुदरत का कहर बरप रहा है। पहाड़ी इलाकों में नदी नाले उफान पर हैं। वहीं, बारिश के बाद सड़कों पर मलबा फैल गया है। उधर टिहरी और रुद्रप्रयाग में कई घरों में मलबा गिरने से हालत बुरे हैं। गंगोत्री, यमुनोत्री और बदरी नाथ हाईवे भी भूस्खलन से कई जगहों पर बंद है। मौसम विभाग ने आज कुछ जिलों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। चमोली, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर, चंपावत और नैनीताल जिले के कई इलाकों में बिजली चमकने के साथ ही भारी बारिश हो सकती है। केंद्र के निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले कुछ दिन पूरे राज्य में तेज बारिश और बिजली चमकने के आसार हैं। यमुनोत्री धाम सहित यमुना घाटी में रात से हो रही बारिश से यमुना नदी, हनुमान गंगा, बडियार नदी उफान पर चल रही है। उधर, पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में काली नदी चेतावनी स्तर से ऊपर बह रही है।
रुड़की सिविल लाइंस बाजार में बृहस्पतिवार को जाम लग गया। जाम लगने से दूर तक वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस दौरान जाम में एक एंबुलेंस भी फंस गई। सूचना पर कोई पुलिसकर्मी नहीं पहुंचा तो जाम में फंसे लोगों ने वाहनों को साइड कराकर एंबुलेंस निकाली। सिविल लाइंस बाजार में जाम की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही है। आए दिन सुबह, दोपहर और शाम को यहां जाम लगता है। बाजार में जाम लगने के पीछे का कारण वाहनों के सड़क किनारे बेतरतीब खड़ा करना है। स्थानीय दुकानदार और लोग कई बार पुलिस से वाहनों को सही जगह पार्क कराने की मांग कर चुके हैं, लेकिन इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया गया। हालांकि, पुलिस ने एक या दो बार वाहनों के चालान जरूर काटे हैं। लेकिन समस्या का हल नहीं हो पाया है। जिसके कारण बृहस्पतिवार को एक बार फिर बाजार में जिला पंचायत अतिथि गृह से लेकर मस्जिद तक जाम लग गया। सूचना पर भी नहीं पहुंचे पुलिसकर्मी जाम से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। इस दौरान बाजार से गुजर रही एंबुलेंस भी जाम में फंस गई। जाम मे एंबुलेंस को फंसता देख लोगों ने किसी तरह वाहनों को साइड किया और एंबुलेंस को रास्ता दिया। इसके बाद भी हालात नहीं सुधरे। लोगों ने सूचना पुलिस को दी, लेकिन चंद कदम की दूरी पर स्थित सिविल लाइंस कोतवाली से कोई पुलिसकर्मी मौके पर नहीं पहुंचा। इसके बाद खुद लोगों ने ही जाम खुलवाया।
गाजियाबाद: मुख्य विकास अधिकारी गाज़ियाबाद की अध्यक्षता में “बेटी बचाओं बेटी पढाओ” तथा “सेफ सिटी” परियोजना के अंतर्गत कन्वर्जेन्स के माध्यम से महिलाओं एवं बच्चों के सुरक्षित वातावरण विकसित किये जाने हेतु कार्यशाला का अयोजन किया गया। सीडीओ विक्रमादित्य सिंह मलिक ने बताया कि सेफ सिटी एक अम्बेला योजना है। जिसमें पुलिस विभाग, नगर निगम, कल्याणकारी विभागों को आपस में समन्वय बनाते हुए परियोजना हेतु सुरक्षित वातावरण उपलब्ध करना है। इस परियोजना का उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं के लिए एक सुरक्षित, संरक्षित और सशक्त वातावरण बनाना और महिलाओं लड़कियों के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोककर उन पर अंकुश लगाना है। उन्होंने बताया कि नीति आयोग की रिपोर्ट में जनपद गाजियाबाद का सामाजिक प्रगति सूचकांक काफी अव्वल नंबर का रहा है, साथ ही नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे के अनुसार जनपद उत्तर प्रदेश में लिंगानुपात सुधार में प्रदेश में गाजियाबाद दूसरे स्थान पर रहा हैं। सेफ सिटी का सुरक्षा ऑडिट का कार्य पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन द्वारा किया जा रहा हैं। बैठक के दौरान मनोज कुमार पुष्कर जिला प्रोबेशन अधिकारी द्वारा सेफ सिटी परियोजना के क्रम में बताया गया कि जनपद में महिलाओं कि सुरक्षा हेतु जनपद में वन स्टॉप सेंटर कार्य कर रहा हैं, जिसमें महिलाओ कि सुरक्षा स्वास्थ्य एवं कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है और माननीय मुख्यमंत्री जी की महत्वपूर्ण योजना कन्या सुमंगला योजना से बालिकाओं को लाभान्वित किया जा रहा हैं। जनपद में संचालित बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के माध्यम से बेटियों की सुरक्षा शिक्षा एवं स्वास्थ्य के प्रति बालिकाओं को जागरूक किया जा रहा है । कार्यशाला में जिला समाज कल्याण अधिकारी अमरजीत सिंह,  जिला दिव्यांजन कल्याण अधिकारी सुधीर त्यागी, बाल विकास एवं पुषठाहार, माध्यमिक शिक्षा विभाग बेसिक शिक्षा विभाग स्वास्थ्य विभाग द्वारा अपनी विभागीय योजनाओं से अवगत कराया गया। कार्यक्रम में सम्बंधित विभाग के अधिकारियों सहित एनजीओ के पदाधिकारी गण उपस्थित रहे।
गाजियाबाद:  “फसल बीमा कराओं, सुरक्षा कवच पाओ” प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना मौसम खरीफ 2023 के प्रचार प्रसार हेतु प्रधानमंत्री – फसल बीमा रथ को श्री विक्रमादित्य सिंह मलिक मुख्य विकास अधिकारी गाजियाबाद महोदय द्वारा हरी झण्डी दिखाकार क्षेत्र में प्रचार प्रसार हेतु रवाना किया गया। राम जतन मिश्र, उप कृषि निदेशक गाजियाबाद ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का उददेश्य कृषकों को प्राकृतिक आपदाओं से अधिसूचित क्षेत्र में बोई गयी अधिसूचित फसलों को बीमा कवर प्रदान करना, कृषि में नवीनतम तकनीकी के प्रयोग को बढ़ावा देना, आपदा वर्षों में कृषि आय को स्थिर रखना है। जनपद में खरीफ मौसम में धान की फसल प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत अधिसूचित की गयी है। जिस हेतु बीमित धनराशि रू0 83000.00 प्रति है० है। प्रीमियम धनराशि रू0 1660.00 प्रति है0 कृषकों द्वारा देय है। फसल बीमा कराने हेतु अन्तिम तिथि 31.07.2023 है। इच्छुक कृषक सम्बन्धित बैक शाखा, जन सेवा केन्द्र एवं जनपद में नामित एग्रीकल्चर इन्श्योरेन्स कम्पनी ऑफ इण्डिया लिमिटेड के माध्यम से अपनी फसल का बीमा कराकर योजना का लाभ प्राप्त कर सकते है। आपदा की स्थिति में कृषक द्वारा 72 घण्टे के अन्दर टोल फ्री नम्बर 1800-889-6868, सम्बन्धित बैक शाखा कृषि / उद्यान विभाग कार्यालय तथा काप इन्श्योरेन्स ऐप पर सूचना देना अनिवार्य है।