उन्नाव। बिहार थाना क्षेत्र के मुनऊखेड़ा और जपसरा गांव के बीच सर्राफा कारोबारी से दिनदहाड़े लूट का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बीते 25 दिसंबर को बाजार जा रहे सर्राफा व्यापारी उमेश कुमार सोनी को बाइक सवार चार लुटेरों ने तमंचे के बल पर लूट लिया। व्यापारी के अनुसार, लुटेरे सात लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात से भरा बैग छीनकर फरार हो गए।
इस घटना ने इलाके में सनसनी फैला दी। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन लुटेरों का कोई सुराग नहीं लगा। पुलिस की कार्रवाई में देरी और लापरवाही को देखते हुए एसपी दीपक भूकर ने बिहार थाने के इंस्पेक्टर सुरेश चंद्र मिश्र को 2 जनवरी को लाइन हाजिर कर दिया। इसके बावजूद लूट का खुलासा न होने पर अब भगवंतनगर चौकी इंचार्ज बृजेंद्र सिंह को भी सस्पेंड कर दिया गया है। भगवंतनगर वार्ड नंबर 10 के निवासी उमेश कुमार सोनी अपनी स्कूटी से रायबरेली जनपद के बरवलिया साप्ताहिक बाजार जा रहे थे। इसी दौरान मुनऊखेड़ा और जपसरा गांव के बीच लुटेरों ने उन्हें पीछे से लात मारकर गिरा दिया। जब तक वह संभल पाते, लुटेरों ने तमंचा लगाकर बैग छीन लिया और रायबरेली की ओर फरार हो गए। घटना के बाद से व्यापारियों में भारी आक्रोश है। सर्राफा व्यवसायियों ने पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इलाके में लगातार बढ़ती लूट की घटनाओं से व्यापारियों में दहशत है। यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे पहले 22 दिसंबर को देवारा नहर पुल के पास एक दंपति से भी लूट की वारदात हुई थी। हालांकि पुलिस ने इस मामले का खुलासा कर दिया, लेकिन सर्राफा लूट के मामले में अभी तक पुलिस खाली हाथ है। लूट के खुलासे के लिए अब स्वाट टीम को फिर से तैनात किया गया है। एसपी ने कहा कि अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, कुम्भ में ड्यूटी के दौरान एक अन्य घटना में हेड कांस्टेबल जोक मणि यादव को न्यायधीश से अभद्रता के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। व्यापारियों ने एसपी से जल्द कार्रवाई की मांग करते हुए चेतावनी दी है कि अगर अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया, तो वे बड़े आंदोलन की तैयारी करेंगे।