उन्नाव। रेलवे स्टेशन पर आग जैसी आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने के लिए मंगलवार को एक महत्वपूर्ण मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। इस अभ्यास में स्थानीय प्रशासन, दमकल विभाग और अन्य सुरक्षा बलों ने मिलकर भाग लिया। मॉकड्रिल का मकसद आग लगने की स्थिति में त्वरित और प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित करना था। मॉकड्रिल की शुरुआत वाहन स्टैंड के पास आग लगने की सूचना से हुई। खबर मिलते ही जिलाधिकारी गौरांग राठी, पुलिस अधीक्षक दीपक भूकर, और अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे। दमकल विभाग के वरिष्ठ अधिकारी, मुख्य दमकल अधिकारी (CFO) अनूप सिंह और दमकल सेवा अधिकारी (FSO) शिवराम यादव, भी अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर सक्रिय हुए। दमकल कर्मियों ने घटनास्थल पर पहुंचकर आग बुझाने का काम शुरू किया। उनके प्रयासों से आग पर काबू पा लिया गया, लेकिन इस दौरान दो दमकल कर्मी झुलस गए। झुलसे कर्मियों को तुरंत एम्बुलेंस से अस्पताल भेजा गया, जहां उनका उपचार जारी है। बता दे कि एफएसओ शिवराम यादव ने मौके पर कर्मचारियों को आग बुझाने के सही तरीके और सुरक्षा उपकरणों के उपयोग के बारे में बताया। उन्होंने आग लगने की स्थिति में तत्काल कदम उठाने और बचाव के उपायों पर विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही कुंभ मेला ड्यूटी में लगे कर्मियों को भी विशेष प्रशिक्षण दिया गया। मॉकड्रिल में होमगार्ड कमांडेंट मनोज कुमार और रेलवे सुरक्षा बल (RPF) के इंस्पेक्टर हरीश कुमार भी शामिल रहे। इन सभी अधिकारियों ने मिलकर मॉकड्रिल को सफलतापूर्वक अंजाम दिया। अभ्यास ने यह साबित किया कि आपातकालीन स्थिति में टीमवर्क और त्वरित प्रतिक्रिया कितनी महत्वपूर्ण है। भीड़भाड़ वाले रेलवे स्टेशन जैसे स्थानों पर आग की स्थिति से निपटने के लिए इस तरह की मॉकड्रिल को एक महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है। जिलाधिकारी गौरांग राठी ने कहा, “ऐसे अभ्यास न केवल सुरक्षा कर्मियों की तत्परता बढ़ाते हैं, बल्कि आम जनता को भी आपातकालीन स्थितियों में सही दिशा-निर्देश देते हैं।