September 8, 2024

बहराइच। तहसील महसी के बौंडी स्थित सिलौटा के रामघाट पर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बचाव व राहत कार्यों को प्रभावी ढंग से संचालित करने के उद्देश्य से मेगा मॉक डिल का आयोजन कर जिला प्रशासन द्वारा अपनी तैयारियों को परखा गया। मॉक ड्रिल की पटकथा के अनुसार घटना स्थल सिलौटा घाट पर घाघरा नदी में एक नाव पलट जाती है। नाव में सवार सभी लोग डूबने लगते हैं और खुद को बचाने के ज़ोर-ज़ोर से बचाव-बचाव की आवाज़ निकालने लगते हैं। डूबते लोगों की मदद की पुकार सुनकर पलक झपकते ही बी कंपनी सेकंड बटालियन पीएसी सीतापुर व एसएसबी के जवान मोटरबोट पर सवार होकर नदी के बीच पहुंच गये और लाइफब्वाय को पानी में फेंककर डूबते हुए लोगों को मोटरबोट में सवार कर उन्हें सुरक्षित नदी के किनारे लेकर आये।
नदी से रेस्क्यू किये गये लोगों को तत्काल स्ट्रेचर पर लेटा कर मेडिकल कैम्प में लाया गया जहां सीएचसी अधीक्षक फखरपुर डा. नरेंद्र सिंह व डा. अताउर्ररहमान ने बचाये गये लोगों की जांच व प्राथमिक उपचार कर उन्हें स्ट्रेचर के सहारे ही पास खड़ी एम्बुलेन्स पर सवार कराया। जीवनरक्षक उपकरणों से सुसज्जित एम्बुलेन्स पर मौजूद चिकित्सकों ने भी तत्काल पीड़ित व्यक्तियों को साथ लेकर चिकित्सालय की ओर रवाना हो गये। रामघाट पर अपर जिलाधिकारी/इन्सीडेन्ट कमाण्डर व प्लानिंग सेक्शन चीफ गौरव रंजन श्रीवास्तव व अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण/आपरेशन सेक्शन डॉ. पवित्र मोहन त्रिपाठी के नेतृत्व में सम्पन्न माकड्रिल इतना जीवन्त था कि नदी के आस-पास मौजूद ग्रामीण इसे वास्तविक घटना समझकर रहे थे। परन्तु जब उन्हें पता चला कि यह मात्र राहत व बचाव कार्य का पूर्वाभ्यास था तो चेहरे पर दिखने वाला तनाव खत्म हुआ। मॉकड्रिल के दौरान पशुओं के रेस्क्यू का भी रिहर्सल किया गया।
मॉकड्रिल स्थल पर अपर जिलाधिकारी श्री रंजन ने कहा कि मॉकड्रिल का उद्देश्य यह है कि हम वास्तविक आपदा आने से पूर्व ही उन्हीं परिस्थितियों का सामना करते हुए राहत व बचाव कार्यों को सम्पन्न कराकर अपनी तैयारियों को परख लें। उन्होंने कहा कि सभी विभागों द्वारा मॉक ड्रिल के लिए बेहतर तैयारी की गयी है। उन्हें विश्वास है कि यदि वास्तविक आपदा जैसी कोई परिस्थितियॉ उत्पन्न होती हैं तो सभी विभाग बेहतर कार्य कर सकेंगे। एडीएम ने मॉकड्रिल में प्रतिभाग करने वाले अधिकारियों तथा सुरक्षा एजेन्सियों के जवानों का आभार ज्ञापित करते हुए ग्रामवासियों से अपील की कि मॉकड्रिल के दौरान बतायी गई बातों को दूसरे लोगों के साथ भी शेयर करें ताकि आपदा के दौरान जानी व माली नुकसान को न्यून से न्यूनतम किया जा सके।
मॉकड्रिल के उपरान्त मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों ने अन्य सम्बन्धित के साथ स्टेजिंग एरिया कन्या पूर्व माध्यमिक विद्यालय बौण्डी में आपदा प्रबन्धन से जुड़े विभिन्न विभागों यथा राजस्व, नागरिक सुरक्षा, मानव एवं पशु चिकित्सा, खाद्य एवं रसद एवं शिक्षा विभाग द्वारा लगाये गये प्रदर्शनी पण्डालों का निरीक्षण कर बाढ़ के समय विभाग द्वारा प्रदत्त की जाने वाली सेवाओं एवं सुविधाओं के बारे में जानकारी प्रदान की। घटना स्थल पर खाद्यान्न किट एवं पशुओ के लिए चारा एवं भूसा वितरण कार्य का डैमो भी प्रस्तुत किया गया।
इस अवसर पर उप जिलाधिकारी महसी अखिलेश सिंह, सदर राकेश कुमार मौर्या, अतिरिक्त मजिस्ट्रेट राम दयाल, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय शर्मा, जिला विकास अधिकारी राज कुमार, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डॉ राजेश उपाध्याय, जिला पंचायती राज अधिकारी राघवेन्द्र त्रिवेद्वी, जिला पूर्ति अधिकारी नरेन्द्र तिवारी, जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार अहिरवार, अधि. अभि. सरयू ड्रेनेज खण्ड जे.पी. वर्मा, मुख्य अग्निशमन अधिकारी गोड़ विशाल रामानुज, सहायक सम्भागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन)ओ.पी. सिंह, कमाण्डेन्ट होमगार्ड ताज रसूल, एसएसबी 42वीं बटालियन के डिप्टी कमाण्डेन्ट दिलीप कुमार, खण्ड विकास अधिकारी फखरपुर अजय प्रताप सिंह, महसी हेमन्त कुमार यादव, सहायक अभियन्ता सरयू ड्रेनेज खण्ड वी.वी. पाल, थानाध्यक्ष बौण्डी ज्ञान सिंह, फ्लड पीएसी बी कम्पनी सेकेण्ड बटालियन सीतापुर के प्लाटून कमाण्डर देवेन्द्र नरायण सिंह, तहसीलदार महसी रविकान्त द्विवेदी, नायब तहसीलदार सौरभ सिंह सहित अन्य सम्बन्धित मौजूद रहे।

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