संवाददाता मर्डर के मामले में कोर्ट के द्वारा सजा मिलने के बाद जेल की सलाखों के पीछे आजीवन कारावास की सजा भुगत रही एक महिला रूबी बेगम को कोविड के दौरान 2020 में पेरोल मिल गई थी। उसके बाद वह पुलिस की नजर से ओझल हो गई और दिल्ली से फरार होकर असम पहुंच गई। लेकिन इस महिला को क्राइम ब्रांच के इंटर स्टेट सेल की टीम ने आखिरकार काफी मशक्कत के बाद पता लगा करके दबोच लिया है।
डीसीपी अमित गोयल ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इस महिला पर करीब 14 साल पहले 17 जुलाई 2010 को राजौरी गार्डन थाना में हत्या के मामले में गिरफ्तार किया गया था। इस पर आरोप था कि इसने अपने पति के साथ मिलकर बुजुर्ग महिला की हत्या की थी। यह नौकरानी के रूप में वहां 2 दिन पहले ही काम करना शुरू किया था। वहां से कैश और जूलरी लूटकर फरार हो गई थी। उसे मामले में इसे आजीवन कारावास की सजा कोर्ट ने सुनाया था। साथ ही नगद जुर्माना भी लगाया गया था।
इसी बीच कोविड के दौरान साल 2020 में इसे इमरजेंसी पैरोल पर 8 सप्ताह के लिए जेल से रिहा किया गया था। उसके बाद भी पेरोल बढ़ता गया, इसे 20 फरवरी 2021 को जेल में सरेंडर करना था। लेकिन यह दिल्ली से फरार होकर पुलिस की नजर से ओझल हो गई। काफी खोजबीन के बाद भी जब यह नहीं मिली फिर मामले की जांच के लिए क्राइम ब्रांच को लगाया गया।
एसीपी रमेश चंद्र लांबा की देखरेख में इंस्पेक्टर पवन कुमार, सत्येंद्र मोहन, सब इंस्पेक्टर राकेश, एएसआई सुरेश, हेड कांस्टेबल ललित, बृजेश, सुरेंद्र और लेडी कांस्टेबल मनीषा की टीम ने टेक्निकल सर्विलांस और लोकल इनफॉरमेशन की मदद से इसके रिश्तेदारों, इसके जानकारी से पता लगाना शुरू किया। आखिर यह जानकारी मिली कि यह अपनी बेटी के घर पर देखी गई है।
पुलिस ने फिर सुभाष नगर में छापा मारकर इसको गिरफ्तार कर लिया। इसने पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह पैरोल मिलने के बाद असम के कोकरझाड़ में रहने के लिए चली गई थी। तीन दिन पहले ही वह बेटी से मिलने के लिए दिल्ली आई थी और पकड़ी गई।