भदोही। ठंड से दैनिक दिनचर्या ठिठुर सा गया है। ठंड के साथ-साथ कोहरे ने भी अपना रौद्र रूप दिखाना शुरू कर दिया। सर्दी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है। गुरुवार को सूरज का दर्शन तो दोपहर दो बजे के बाद हुआ लेकिन धूप का असर बेअसर साबित हुआ। जिसके कारण लोग घरों में ही कैद रहने को मजबूर हो गए। सर्दी और कोहरे का भीषण प्रकोप होने की वजह से गुरुवार को बाजारों में भी सन्नाटा पसरा रहा। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी होने और सर्द हवाओं के चलते इसका प्रभाव मैदानी इलाकों में दिखाई दे रहा है। यही कारण है कि गुरुवार को दिन तापमान 15.5 जबकि रात का तापमान 9.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के मौसम विशेषज्ञ सर्वेश बरनवाल ने बताया कि अभी चार-पांच दिनों तक मौसम इसी तरह रहेगा। उन्होंने बताया कि पछुआ हवा के चलने के कारण अभी गलन में वृद्धि जारी रहेगा। आज गलन में और इजाफा होगा। स्कूल खुला होने के कारण छात्र-छात्राओं को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। गुरुवार को सर्दी के चलते बाजारों ही नहीं गली-मोहल्लों में भी सन्नाटा पसरा रहा। वहीं चाय-पान की दुकानों पर भीड़ रही। हाड़ कंपाने वाली सर्दी पड़ने से लोगों का हाल बेहाल हो गया है। विशेषकर सड़कों व बाजार में सूनापन दिखाई दिया। घने कोहरे में वाहन लाइट जलाकर सड़क पर रेंगते रहे। सुबह से शाम तक सूर्य देव के दर्शन भी नहीं हुए। भयंकर सर्दी का सरकारी दफ्तरों में भी असर दिखाई दिया। चिकित्सकों ने बच्चों व बुजुर्गो को ठंड से बचने की सलाह दी है। साथ ही लोगों को गर्म वस्त्र पहनकर व सिर और चेहरे का ढककर बाहर निकलने पर जोर दिया। सर्दी में लोग घरों में दुबके रहे तो सड़कों से आवारा पशु गायब रहे। पक्षियों ने भी उड़ान नहीं भरी। सुबह से ही शीत हवाओं के चलने के साथ घने कोहरा ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक डॉ विश्वेंदु द्विवेदी ने बताया कि अभी चार पांच दिनों तक मौसम इसी तरह रहेगा। न तो ठंड से कुछ राहत मिलेगी और न ही कोहरे से निजात मिलेगा। उन्होंने बताया कि इस समय पाला पड़ने की प्रबल संभावना है। पाला से आलू की फसलों को बचाने के लिए हल्की सिंचाई की आवश्यकता है। हल्की सिंचाई कर देने से आलू की फसलों को पाला से बचाया जा सकता है।