
पचपेड़वा बलरामपुर/कृषि विज्ञान केंद्र, पचपेड़वा में पांच दिवसीय प्रशिक्षण का हुआ शुभारंभ।आचार्य नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कुमारगंज, अयोध्या द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र, पचपेड़वा में आयोजित नेशनल मिशन आन नेचुरल फार्मिंग के अंतर्गत पांच दिवसीयप्राकृतिक खेती विषय पर कृषि सखियों का प्रशिक्षण का आयोजन दिनांक 26 मई 2025 से शुरू किया गया है।
जनपद में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा उनका प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि वह घर-घर और गांव में जाकर किसानों को इसकी जानकारी और गुर को सिखा कर प्रेरित कर सकें।
केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक व अध्यक्ष डॉ0 सीपीएन गौतम व उप कृषि निदेशक बलरामपुर कार्यालय से आए हुए अधिकारियों के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
डॉ. सीपी सीपीएन गौतम ने बताया कि प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए कृषि सखी को प्रशिक्षित किया जा रहा है ताकि कृषि सखी किसानों को प्राकृतिक खेती के लिए प्रेरित कर सके। कार्यक्रम में बलरामपुर के ब्लॉक रेहरा बाजार, उतरौला आदि जगहों से कई कृषि सखियां उपस्थिति रही।
मृदा विज्ञानी डॉक्टर जगबीर सिंह ने जीवामृत, बीजामृत, घन जीवामृत बनाकर कृषि सखियों को दिखाया साथ ही उसके बारे में संपूर्ण जानकारी भी दी
केंद्र के फसल सुरक्षा वैज्ञानिक डॉ गिरिजेश कुमार जायसवाल ने बताया कि गौ आधारित इस प्राकृतिक खेती में रासायनिक खाद, कीटनाशकों और बाहर से किसी भी पदार्थ का प्रयोग बिल्कुल नहीं किया जाता है बल्कि प्रकृति में आसानी से उपलब्ध होने वाले प्राकृतिक तत्वों, तथा जीवाणुओं के उपयोग से खेती की जाती है ।यह पद्धति पर्यावरण के अनुकूल है तथा फसलों की लागत कम करने में कारगर है ।रासायनिक उर्वरकों के अंधाधुंध प्रयोग से खराब हो रही मृदा के स्वास्थ्य को सुधारने के लिए भारत सरकार के द्वारा बहुत सारे प्रयास किया जा रहे हैं।इसके लिए किसानों को जैविक उर्वरकों के प्रयोग करने के बारे में तो बताया ही जा रहा है। साथ ही प्राकृतिक खेती के लिए कृषि सखियों के द्वारा जागरूक किया जा रहा है जिससे मृदा की सेहत सुधारी जाये ताकि मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों की उपयोगिता होने के साथ मानव जीवन को भी सेहतमंद बनाया जा सके।कार्यक्रम के दौरान कृषि विभाग से नाथीराम, सुरेंद्र गुप्ता, अशोक कुमार, सुखदेव, मुनि तथा जिले के प्राकृतिक खेती के चैंपियन किसान भानु प्रताप सिंह, अजय सिंह,राम शब्द वर्मा व अंगद प्रसाद प्रजापति आदि मौजूद रहे।