
सोनभद्र। समाजवादी पार्टी के पीडीए महा पंचायत में वरिष्ठ नेताओं को साल भेंट कर सम्मानित किया गया और उपस्थित सभी पदाधिकारी, कार्यकर्ताओं एवं आम जनता को गमछा भेंट किया गया। समाजवादी पीडीएफ महापंचायत को संबोधित करते हुए सांसद छोटेलाल सिंह खरवार ने कहा कि, बाबा साहेब सदैव से एक ऐसे व्यक्तित्व रहे हैं जिन्होंने संविधान बनाकर शोषणात्मक-नकारात्मक प्रभुत्ववादी सोच पर पाबंदी लगाई थी। इसलिए यह प्रभुत्ववादी हमेशा से बाबा साहेब के खिलाफ रहे हैं और समय-समय पर उनके अपमान के लिए तिरस्कार पूर्ण बयान देते रहे हैं। बाबा साहेब के सबकी बराबरी के सिद्धांत को प्रभुत्वादियों ने कभी स्वीकार नहीं किया, क्योंकि ऐसा करने से समाज एक समाज एक भूमि पर बैठा दिखता है। जबकि प्रभुत्ववादी और उनके संगी साथी चाहते थे कि, उन जैसे जो सामंती लोग सदियों से सत्ता और धन पर कब्जा करके सदैव ऊपर रहे हैं वह हमेशा ऊपर ही रहे और पीडीए समाज के जो लोग शोषित वंचित पीड़ित हैं वो सब सामाजिक सोपान पर हमेशा नीचे ही रहे। बाबासाहेब ने इस व्यवस्था को तोड़ने के लिए शुरू से आवाज ही नहीं उठाई, बल्कि जब देश आजाद हुआ तो संविधान बनकर उत्पीड़ित पीडीए समाज की रक्षा का कवच के रूप में दिया। आज के प्रभुत्ववादियों और उनके संगी साथियों के वैचारिक पूर्वजों ने बाबा साहब के बने संविधान को और अभारतीय भी कहा और उसे सभ्यता के विरुद्ध भी बताया क्योंकि संविधान ने उनकी परंपरागत सत्ता को चुनौती दी थी और देश की 90% वंचित आबादी को आरक्षण के माध्यम से हक और अधिकार दिलवाया था साथ ही उनमें आत्म सम्मान और आत्म विश्वास की स्थापना भी की थी । वर्तमान की भाजपा सरकार में कोई वर्ग सुरक्षित नहीं है। यह सरकार चारों तरफ गुंडागर्दी फैलाई हुई है। पीडीए महापंचायत को संबोधित करते हुए समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष राम निहोर यादव ने कहा कि, प्रभुत्वादियों और उनके संगी साथी सदैव आरक्षण के विरोधी रहे हैं। सदियों की पीड़ा और आरक्षण दोनों ही पीडीए को एकसूत्र करते हैं, क्योंकि बाबा साहब संविधान और सामाजिक न्याय के सूत्रधार थे। इसलिए ऐसे प्रभुत्ववादी नकारात्मक लोगों को बाबा साहब हमेशा अखरते थे। हम पीडीए के लोगों को यह संकल्प लेना होगा कि, हम लोग प्रभुत्ववादियों को हटाने का काम करें। तभी हम सभी समाज का विकास होगा। राष्ट्रीय सचिव पूर्व जिला अध्यक्ष पूर्व विधायक अविनाश कुशवाहा ने कहा कि, बाबा साहब ने हर एक इंसान को एक मानव के रूप में अपनी पहचान स्थापित करने के लिए आंदोलन में हिस्सा लेने की बात कहीं भी और खुद करके भी दिखाया तथा कथित उच्च जाति और सामंती शोषण को साहसपूर्ण चुनौती भी दी।
महापंचायत को संबोधित करते हुए पूर्व विधायक रमेश चंद दुबे, राजेंद्र सिंह पटेल एवं परमेश्वर दयाल ने कहा कि, यह भाजपा सरकार पूंजी पतियों की सरकार है। इसे आम जनमानस से कोई लेना देना नहीं है। पीडीए महापंचायत में जिला महासचिव मोहम्मद सईद कुरैशी, पूर्व जिला अध्यक्ष रविंद्र बहादुर सिंह पटेल, श्याम बिहारी यादव, संजय यादव, विजय यादव, विधानसभा अध्यक्ष परमेश्वर यादव, अवध नारायण यादव, पूर्व प्रत्याशी सुनील गौड़, पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष अनिल कुमार यादव, महिला सभा जिला अध्यक्ष गीता गौर, जिला उपाध्यक्ष वेदमणी शुक्ला, डॉक्टर लोकपति सिंह पटेल, सुरेश यादव, अशोक पटेल, रमेश सिंह यादव, बबलू धागर, सत्यम पांडे, कृपा शंकर चौहान, विमलेश पटेल, सूरज मिश्रा, अजीत कुशवाहा, राजेंद्र गौड़ एवं नारायण गौड़ के साथ आम जनमानस उपस्थित रहे।